Hindi Newsबिहार न्यूज़How AK47 brought from Nagaland to Muzaffarpur NIA started investigation eye on the entire network

नागालैंड से मुजफ्फपुर तक कितनी एके-47 आईं, NIA जांच में जुटी, पूरे नेटवर्क पर नजर

एनआईए पता लगा रही है कि जैतपुर थाने के पोखरैरा निवासी विकास कुमार ने दीमापुर के हथियार सप्लायर अहमद अंसारी के बैंक खाते में 12 लाख रुपये दिए हैं, जबकि कबूलनामे में उसने बताया है कि एक एके-47 की कीमत छह लाख रुपये तय हुई थी। इस तरह अंसारी के खाते में दो एके-47 की कीमत भेजी गई थी।

Sudhir Kumar लाइव हिन्दुस्तानThu, 17 Oct 2024 12:47 PM
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राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) नगालैंड के दीमापुर से तस्करी कर उत्तर बिहार लाई गई एके-47 का हिसाब लगा रही है। एनआईए की इस घातक हथियार की तस्करी के नेटवर्क पर नजर है। इस बीच, मुजफ्फरपुर पुलिस ने जिले के फकुली से जब्त एके-47 एनआईए को सौंप दी है। इससे संबंधित केस रिकॉर्ड पूर्व में ही एनआईए को फकुली थानेदार ललित कुमार ने सौंप दिया था। एनआईए ने इस मामले में नया केस दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया है।

एनआईए पता लगा रही है कि जैतपुर थाने के पोखरैरा निवासी विकास कुमार ने दीमापुर के हथियार सप्लायर अहमद अंसारी के बैंक खाते में 12 लाख रुपये दिए हैं, जबकि कबूलनामे में उसने बताया है कि एक एके-47 की कीमत छह लाख रुपये तय हुई थी। इस तरह अंसारी के खाते में दो एके-47 की कीमत भेजी गई थी। इसके अलावा, कई लाख रुपये नकद भी दिए गए थे। रुपये के हिसाब से स्पष्ट है कि दीमापुर से अंसारी ने विकास के जरिए उत्तर बिहार में कई हथियार भेजे हैं। फकुली के मनकौली निवासी मुखिया के पुत्र देवमनी राय की निशानदेही पर एक एके 47 श्मशान से बरामद की गई। अन्य हथियार किसे और कहां बेचे गए, एनआईए इसकी गुत्थी सुलझाने में लगी है।

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एनआईए सप्लायर अंसारी का नेटवर्क भी खंगाल रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि बरामद हथियार किस देश से तस्करी कर दीमापुर तक लाया गया। एनआईए विदेशी नेटवर्क खंगालने के लिए अंसारी के परिजन व करीबियों से भी पूछताछ की तैयारी में है। दीमापुर में अंसारी के ठिकाने से हाई रेंज का वॉकी-टॉकी भी जब्त किया गया था। इससे उसके नगालैंड के नक्सली संगठनों से भी जुड़े होने की आशंका है। इसको लेकर भी एनआईए जांच कर रही है।

क्या है मामला

मुजफ्फरपुर पुलिस की विशेष टीम ने इस साल सात मई को जंक्शन के पास से पोखरैरा के विकास कुमार और हाजीपुर के अनजान पीर मोहल्ले के सत्यम कुमार को एके-47 में लगने वाली दूरबीन और बट के साथ पकड़ा था। दोनों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उन्होंने एक एके-47 लाकर कुढ़नी के मनकौली निवासी मुखिया के पुत्र देवमनी को दी है। उसी हथियार का बट और दूरबीन लेकर दीमापुर से आ रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने देवमनी के घर छापेमारी की तो उसने बताया कि एके-47 श्मशान में छिपाकर रखी है। मामले में विकास, सत्यम, देवमनी और अहमद अंसारी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है और चारों पर चार्जशीट भी दाखिल हो चुकी है। अब आगे की जांच एनआईए ने शुरू की है।

इस मामले में मुजफ्फरपुर के एसएसपी रादेश कुमार ने बताया कि एके-47 बरामदगी मामले का केस रिकॉर्ड एनआईए को सौंप दिया गया है। जब्त प्रदर्श भी एनआईए को दे दिए गए हैं। अब आगे की जांच एनआईए कर रही है। जिला पुलिस उनके हर प्रकार का सयहोगी देगी।

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