Good News:अब नहीं होगी बत्ती गुल, बिहार के बिजली कोटे में डेढ़ हजार मेगावाट का इजाफा
जानकारी के अनुसार 660 मेगावाट में से बिहार को 561 मेगावाट बिजली मिलने लगेगी। वहीं बाढ़ स्टेज वन की तीसरी इकाई का निर्माण भी अंतिम चरण में है। 660 मेगावाट की इस इकाई से बिहार को 397 मेगावाट बिजली मिलेगी।
नये साल 2025 में बिहार की कई परियोजनाओं से बिजली उत्पादित होने लगेगी। इसका लाभ बिहार को होगा। राज्य का बिजली का कोटा लगभग डेढ़ हजार मेगावाट बढ़ जाएगा। नई इकाईयों के शुरू होने से बिहार को जरूरत के अनुसार बिजली देने में सुविधा होगी। बिजली कंपनी के अधिकारियों के अनुसार बक्सर के चौसा में 660 मेगावाट की दो इकाई का निर्माण हो रहा है। इसकी पहली इकाई इस साल चालू हो जाएगी।
जानकारी के अनुसार 660 मेगावाट में से बिहार को 561 मेगावाट बिजली मिलने लगेगी। वहीं बाढ़ स्टेज वन की तीसरी इकाई का निर्माण भी अंतिम चरण में है। 660 मेगावाट की इस इकाई से बिहार को 397 मेगावाट बिजली मिलेगी। एनटीपीसी की झारखंड के चतरा में अवस्थित नॉर्थ कर्णपुरा की इकाई चालू हो जाएगी।यहां से बिहार को 297 मेगावाट बिजली मिलेगी।
इसी प्रकार लखीसराय के कजरा में 185 सोलर मेगावाट परियोजना पर काम चल रहा है। इस साल यहां से भी बिजली उत्पादित होने लगेगी। इस तरह इस साल बिहार का बिजली का कोटा 1440 मेगावाट बढ़ जाएगा। बिजली की आपूर्ति बढ़ने से राज्य मे न सिर्फ नागरिकों की सुविधाएं बढ़ जाएंगी बल्कि विकास कार्यों की गति में इजाफा हो जाएगा। कल कारखानों का उत्पादन बढ़ेगा और जीवन स्तर में भी काफी सुधार होगा। गांवों में खेती के लिए किसानों को ज्यादा बिजली मिलेगी।
इस तरह बढ़ेगी बिजली की मांग
वित्तीय वर्ष अधिकतम मांग
2025-26 8878 मेगावाट
2026-27 9602
2027-28 10366
2028-29 11002
2029-30 11615
क्या कहते हैं उर्जा मंत्री?
नए बिजली घर के चालू होने से बिहार को लाभ होगा। जरुरत के अनुसार राज्यवासियों को निर्बाध बिजली दी जा सकेगी। इससे बिहार का हर क्षेत्र में विकास होगा। बच्चे ठीक से पढ़ाई करेंगे और कल कारखानों का उत्पादन बढ़ जाएगा। आम जीवन में लोगों की सहूलियत बढ़ जाएगी। - बिजेन्द्र प्रसाद यादव,ऊर्जा, योजना एवं विकास मंत्री, बिहार