मुक्तिधाम घाट से गयाजी डैम तक 50 हजार एक साथ करेंगे तर्पण
गया में पितृपक्ष मेला की तैयारी अंतिम चरण में है। 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलने वाले मेले में श्रद्धालुओं के लिए तर्पण की सुविधा प्रदान की जाएगी। डीएम ने अधिकारियों को जिम्मेदारियों का सही निर्वहन...
मुक्तिधाम घाट से गयाजी डैम तक 50 हजार एक साथ करेंगे तर्पण श्रद्धालुओं को हर प्रकार की सुविधा मिल सके ऐसा होना चाहिए प्रयास
डीएम ने बोधगया स्थित महाबोधि सांस्कृतिक केन्द्र में की ब्रीफिंग
17 सितंबर से शुरु होकर पितृपक्ष मेला दो अक्टूबर तक चलेगा
- अधिकारियों की ब्रीफिंग
गया। प्रधान संवाददाता
पितृपक्ष मेला की तैयारी अंतिम चरण में है। शनिवार को महाबोधि सांस्कृतिक केन्द्र में पितृपक्ष मेला से संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों की ब्रीफिंग की गई। डीएम डॉ. त्यागराजन ने साफ शब्दों में कहा कि सभी अपने दायित्वों को सही से निभाएं। बताया गया कि विष्णुपद मुक्तिधाम घाट से गयाजी डैम तक एक साथ 40 से 50 लोग बैठकर तर्पण कर सकते हैं। इसके अलावा मानपुर पुल तक नया पाथवे या विष्णुपथ का निर्माण हुआ है। यहां दो बड़े बड़े घाट बनाए गए हैं। यहां भी पंडाल का निर्माण किया जा रहा है। डीएम ने कहा कि विष्णुपद मंदिर के आसपास देव घाट को जाने वाले रास्ते काफी संकीर्ण हैं। भीड़ नियंत्रण के लिए अलग से अधिकारियों और पुलिस अफसरों को लगाया गया है। जिससे किसी भी स्थिति में भगदड़ ना हो। घाट पर तर्पण के बाद मंदिर में दर्शन की होड़ रहती है। इसमें विशेष सतर्कता बरतनी होगी। तीर्थ यात्री कतारबद्ध होकर मंदिर में दर्शन कर सकें।
मेला क्षेत्र 17 सुपर जोन में बांटा गया
बताया गया कि पूरे मेला क्षेत्र को 17 सुपर ज़ोन, 43 जोन और 324 सेक्टर में बांटा गया है। सभी सेक्टर में दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, महिला दंडाधिकारी, महिला पुलिस पदाधिकारी और पुलिस बल लगाए गए हैं। सभी पिंड स्थल का अपना अलग-अलग महत्व है। अलग-अलग तिथि में अलग-अलग पिंड वेदी पर तीर्थ यात्रियों का भीड़ रहेगी। तालाब, सरोवर और देवघाट में एसडीआरएफ, गोताखोर व लाइव जैकेट की उपलब्धता रखी गई है। साथ ही नाव का भी परिचालन होगा।
एंबुलेंस और फायर का नंबर रहेगा प्रदर्शित
सभी सार्वजनिक स्थान और शिविरों में एंबुलेंस और फायर बिग्रेड का नंबर प्रदर्शित किया गया है। किसी तीर्थयात्री को इमरजेंसी सेवा की आवश्यकता हो तो उस स्थान पर प्रतिनियुक्ति अधिकारी नजदीकी नियंत्रण कक्ष से संपर्क कर उस तीर्थ यात्री को समुचित मदद उपलब्ध कराएंगे।
मोबाइल में पिंडदान एप जरुर इस्टॉल करें
सभी दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी अपने मोबाइल में पिंडदान एप इंस्टॉल करें। पिंडदान एप में एक फीचर दिया गया है जिसमें आप सीधे समस्या दर्ज कर सकते हैं। जिला प्रशासन एप में आयी शिकायतों को बनाए गए सेल के माध्यम से समाधान करवाया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।