पितृपक्ष मेला क्षेत्र को 43 जोन में बांटकर हुई व्यवस्था
पितृपक्ष मेला की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलने वाले मेले के लिए क्षेत्र को 43 जोन में बांटा गया है। इस बार अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। डीएम ने सभी अधिकारियों...
पितृपक्ष मेला क्षेत्र को 43 जोन में बांटकर हुई व्यवस्था डीएम ने शुक्रवार को विष्णुपद मंदिर परिसर में अधिकारियों की ब्रीफिंग की
17 सितंबर से शुरु होकर दो अक्टूबर तक चलेगा पितृपक्ष मेला
पहले के वर्षों से इस बार ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की संभावना
- ब्रीफिंग
गया। प्रधान संवाददाता
पितृपक्ष मेला को लेकर तैयारी अंतिम चरण में है। पूरे मेला क्षेत्र को 43 जोन में बांटकर व्यवस्था की गई है। शुक्रवार की शाम डीएम डॉ. त्यागराजन ने विष्णुपद मंदिर परिसर में अधिकारियों की ब्रीफिंग की। डीएम ने बताया कि सभी व्यवस्था सही रखने के लिए मेला क्षेत्र 43 जोन में बांटा गया है। ब्रीफिंग में सभी सुपर जोनल दंडाधिकारी, जोनल दंडाधिकारी और अन्य पदाधिकारी मौजूद थे। डीएम ने कहा कि इस बार पहले की वर्षों की अपेक्षा ज्यादा तीर्थयात्रियों के पहुंचने का अनुमान है। नई-नई व्यवस्था और सुविधा से श्रद्धालुओं में इजाफा हो रहा है। सभी अधिकारी श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा प्रदान करने में लगें। जिससे की जिले और राज्य की एक अच्छी छवि लेकर घर लौटे।
कमी दिखें तो तुरंत उसे दूर करें
डीएम ने कहा कि प्रशासन की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
लेकिन आप सभी का दायित्व है कि पितृपक्ष मेला अवधि के दौरान प्रत्येक दिन अपने अपने निर्धारित क्षेत्र का भ्रमण कर बिजली आपूर्ति, पेयजल, जलापूर्ति और फ-सफाई व्यवस्था पर पूरी निगरानी रखें। कहीं किसी में कोई कमी दिखे तो संबंधित विभाग से समन्वय स्थापित कर उसे दूर कराएं।
पिंडदान के उपरांत तत्काल कराएं सफाई
प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों को डीएम ने निर्देश दिया कि अपने अपने क्षेत्र में जो भी घाट, वेदियां, पिंडदान स्थल आते हैं वहां पिंडदान के उपरांत पिंड सामग्रियों का निरंतर उठाव, साफ सफाई का करते रहेंगे। नगर आयुक्त को निर्देश दिया है कि विभिन्न पिंड वेदियों और घाटों के पास डस्टबिन उपलब्ध करावें।
भीड़ नियंत्रण पर विशेष ध्यान
कहा गया कि मेला अवधि में कुछ ऐसी तिथियां हैं जिसमें अत्यधिक भीड़ होती है। उन तिथियों में भीड़ नियंत्रण मैनेजमेंट का अच्छे से अनुपालन करावें। ट्रैफिक प्लान का सही से पालन हो।
संवास सदन कंट्रोल रुम का निरीक्षण
गया। प्रधान संवाददाता
डीएमने शुक्रवार को संवास सदन कार्यालय में बनाए गए कंट्रोल रुम का निरीक्षण किया। यहां स्थित कॉल सेंटर को नेहरु युवा केन्द्र के वोलेंटियर संचालित करते हैं। विभिन्न देशों और राज्यों से आने वाले तीर्थयात्रियों को यहां जानकारी उपलब्ध करायी जाती है। भीड़ में भटकने वाले श्रद्धालुओं को अपनों से मिलाया जाता है। तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए ई-समाधान आईवीआरएस नंबर 9266628168 जारी किया गया है। इस नंबर से सभी संबंधित वरीय पदाधिकारियों का नंबर जोड़कर रखा गया है। जिससे यात्रियों को सीधी मदद मिल सके। इसके अलावा एक हंटिंग लाइन भी बनाया गया है।
दूरभाष संख्या 0631 2222500 और 0631 2222253/59 पर किसी भी समस्या के लिए संपर्क किया जा सकता है। पितृपक्ष मेला के नोडल पदाधिकारी रविन्द्र दिवाकर ने बताया कि नियंत्रण कक्ष सुबह छह से रात दस बजे तक चालू रहेगा।
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