इस बार भद्रा की छाया, दोपहर 1.30 बजे से भैया की कलाई पर बंधेगी रेशम की डोर
इस बार भद्रा की छाया, दोपहर 1.30 बजे से भैया की कलाई पर बंधेगी रेशम की डोर इस बार भद्रा की छाया, दोपहर 1.30 बजे से भैया की कलाई पर बंधेगी रेशम की डोर
इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा की छाया है। इस कारण सावन पूर्णिमा के दिन सुबह से नहीं दोपहर से रक्षाबंधन का शुभ समय है। भद्रा समाप्ति के बाद 19 अगस्त की दोपहर 1.30 बजे से बहना अपने भैया की कलाई पर रेशम की डोर बांधेगी। दोपहर से लेकर रात 9.08 बजे तक राखी बांधने का शुभ समय है। रक्षाबंधन के लिए करीब 7.30 घंटा समय शुभ है। आचार्य नवीनचंद्र मिश्र ने बताया कि भद्रा समाप्ति के बाद ही शुभ समय में रक्षाबंधन का त्योहार मनाना सर्वोत्तम होता है। सभी पंचागों के अनुसार इस बार 19 अगस्त की दोपहर 1.25 बजे भ्रदा समाप्त हो रहा है। इसके बाद से रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त आरंभ हो जाएगा।
सुरक्षा का संकल्प है रक्षाबंधन : आचार्य
आचार्य कहते हैं कि धर्मशास्त्र में देवराज इंद्र को युद्ध पर जाने से पहले इंद्राणि ने रक्षाबंधन बांधा था। रक्षाबंधन भाई का बहन के प्रति सुरक्षा का संकल्प है। शुद्ध पूर्णिमा में बहन प्रेम का बंधन कच्चा धागा भाई की कलाई पर बांधती हैं। राखी बांधने के बाद अनामिका ऊंगुली से ललाट पर तिलक लगाकर अगूंठे से ऊंचा करने का विधान है। इसके बाद तिलक पर अक्षत रोपण कर भाई के लंबी आयु की कामना करती है। भाई के जीवन में मिठास बनी रही इसलिए बहन मिठाई खिलाती है।
बाजार में सज गईं राखियां, बिक्री शुरू
त्योहार के नजदीक आते देख शहर की मंडी राखियों से सजने लगी हैं। धामी टोला की थोक दुकानों में तरह-तरह की राखियां सज गईं हैं। कोयरीबारी, चांदचौरा, गया मार्केट, गन्नी मार्केट, गया मार्केट सहित अन्य इलाकों की श्रृंगार दुकानों में भी नए-नए डिजाईन की राखियां दिख रही हैं। अभी कूरियर या डाक से दूर भेजने के लिए राखियों की बिक्री शुरू है। केपी रोड स्थित आनंदी मार्केट के दुकानदार छोटू केसरी व आनंद कुमार ने बताया कि अभी बिक्री थोड़ा मंदा है। अतिक्रमण हटाओ अभियान से बाजार एकदम प्रभावित है। धामी टोला बाजार में बिक्री शुरू है। शाम के बाद से बाजार ठीक है। 15 अगस्त के बाद से बिक्री तेज होगी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।