गया को सुपर स्पेशियलिटी और भागलपुर को 5 अस्पतालों की सौगात, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने किया उद्घाटन
गया, भागलपुर और किशनगंज को आज बड़े अस्पतालों की सौगात मिली है। गया में 221 बेड वाले सुपर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने उद्घाटन किया। इसके अलावा भागलपुर में पांच और किशनगंज में पीकू वार्ड समेत 7 एचडब्ल्यूसी अस्पताल का उद्धाटन वर्चुअली किय गया।
बिहार के गया, भागलपुर और किशनगंज को अस्पतालों को सौगात मिली है। दो दिन के दौरे पर आए स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कई अस्पतालों का उद्घाटन किया। गया जिले के नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर स्थित सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने उद्घाटन किया। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा के अलावा स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय भी मौजूद रहे। 221 बेड वाले इस अस्पताल में 26 बेड का आईसीयू होगा। यहां दिल की बीमारी, पेशाब संबधी, मस्तिष्क और मस्तिष्क सर्जरी संबंधी इलाज आधुनिक तरीके से होंगे।
वहीं भागलपुर जिले के पांच अस्पताल जनता को समर्पित हो गए। सदर अस्पताल के मॉडल हॉस्पिटल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नारायणपुर और खरीक के नए भवन और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिहपुर, शाहकुंड परिसर में बने 20-20 बेड के नए प्री फैब्रिकेटेड हॉस्पिटल का उद्घाटन शुक्रवार को सीएम नीतीश कुमार ने पटना के आईजीआईएमएस भवन में आयोजित कार्यक्रम में किया। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा मौजूद रहे।
वहीं किशनगंज जिले के सदर अस्पताल में 42 बेड वाले पीकू वार्ड सहित चार प्रखंड में सात एचडब्ल्यूसी एवं सदर अस्पताल स्थित औषधि नियंत्रण कार्यालय का केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्चुअल उद्घाटन किया। इन प्रखंडों के सात हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का संचालन नये भवन में होगा। इनमें किशनगंज प्रखंड के चार दो, बहादुरगंज, कोचाधामन, ठाकुरगंज में एक -एक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर शामिल हैं।
इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि पुराने सभी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ायी जा रही है। पटना मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल को 5462 बेड की क्षमता वाले आधुनिक विश्वस्तरीय मेडिकल कॉलेज और अस्पताल बनाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त नालन्दा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पटना, दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल दरभंगा, श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल मुजफ्फरपुर, जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भागलपुर तथा अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल गया को भी 2500 बेड के मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के रूप में विकसित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जब वर्ष 2005 में हमलोग सरकार में आए तो उस समय स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत खराब थी। सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी थी। अस्पतालों में दवा एवं अन्य सुविधाएं भी नहीं थी। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में तो इलाज के लिए प्रतिमाह मात्र 39 मरीज ही आते थे। आज औसतन 11 हजार से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं।