लाल निशान के ऊपर गंगा, पटना के घाटों की जलसमाधि; कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात
गंगा समेत 10 बड़ी नदियां खतरे के निशान से ऊपर है। गंगा नदी भोजपुर और पटना के दीघा में भी खतरे के निशान के पार हो गयी। दीघा के अलावा गांधी घाट भी जलमग्न हो गए हैं।
गंगा समेत सूबे की नदियों में उफान जारी है। गंगा समेत 10 बड़ी नदियां खतरे के निशान से ऊपर है। एक दिन पहले ही बूढ़ी गंडक, पुनपुन और घाघरा नदी भी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गयी। जबकि, गंडक, कोसी, बागमती, अधवारा, लखनदेई व परमान नदी पहले से खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। सोन नदी का जलस्राव कम होने के बाद एक बार फिर से तेजी से चढ़ने लगा है। शनिवार की शाम तक उसका जलस्राव 55 हजार क्यूसेक से बढ़कर 1.10 लाख हो गया था।
उधर, शनिवार को गंगा नदी भोजपुर और पटना के दीघा में भी खतरे के निशान के पार हो गयी। भोजपुर में नदी खतरे के निशान से 5 सेंटीमीटर जबकि दीघा में 3 सेमी ऊपर बह रही है। अब गंगा पटना में तीनों स्थानों दीघा के अलावा गांधी घाट और हाथीदह में लाल निशान के ऊपर पहुंच गयी है। भागलपुर, कहलगांव में वह पहले ही लाल निशान से ऊपर है।
नेपाल के तराई वाले इलाकों और उत्तर बिहार के मैदानी क्षेत्रों में हो रही लगातार बारिश के बाद बिहार की नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। कोसी सुपौल, भागलपुर, कटिहार व खगड़िया में, बागमती सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर में, गंडक नदी गोपालगंज में, बूढ़ी गंडक खगड़िया में, लखनदेई नदी मुजफ्फरपुर में, घाघरा सारण में, परमान नदी पूर्णिया में लाल निशान से ऊपर बह रही है। इन सबका जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में बारिश से सोन का जलस्तर बढ़ रहा है। इन्द्रपुरी बराज पर इसका पानी बढ़ रहा है। इसी तरह गंडक नदी वाल्मीकिनगर में और कोसी वीरपुर बराज पर लगातार बढ़ रही है।