कोहरे ने रोकी राजधानी ट्रेनों की रफ्तार; तेजस समेत कई ट्रेनें 9 से 12 घंटे लेट, यात्री रहे परेशान
कोहरे के चलते शनिवार को पटना जंक्शन पर तेजस आठ घंटे तो संपूर्ण क्रांति नौ घंटे की देरी से आई। सबसे ज्यादा लेटलतीफ कोलकाता राजधानी रही। यह ट्रेन 12 घंटे 50 मिनट की देरी से पहुंची। ब्रह्मपुत्र मेल सात घंटे, कोटा पटना चार घंटे 35 मिनट लेट पहुंची।
देश के अलग अलग राज्यों के रेलमार्गों में कोहरे की सघनता बढ़ने से ट्रेनों की लेटलतीफी की अवधि बढ़ गई है। तीन चार दिनों से तेजस राजधानी और संपूर्ण क्रांति समय से चली वहीं शनिवार को ये दोनों ट्रेनें भी पटरियों पर रेंगती रही। पटना जंक्शन पर तेजस आठ घंटे तो संपूर्ण क्रांति नौ घंटे की देरी से आई। सबसे ज्यादा लेटलतीफ कोलकाता राजधानी रही। यह ट्रेन 12 घंटे 50 मिनट की देरी से पहुंची।
ब्रह्मपुत्र मेल सात घंटे, कोटा पटना चार घंटे 35 मिनट, श्रमजीवी एक घंटे 43 मिनट, विक्रमशिला दो घंटे 30 मिनट, आनंदविहार टर्मिनल पटना स्पेशल एक्सप्रेस दो घंटे 26 मिनट, हरिद्वार हावड़ा एक्सप्रेस 45 मिनट, मगध एक्सप्रेस सात घंटे 31 मिनट, फरक्का चार घंटे, विलासपुर पटना सात घंटे, छत्रपति शिवाजी टर्मिनल पटना एक घंटे 50 मिनट, भागलपुर आनंद विहार दो घंटे 26 मिनट की देरी से आईं गई।
कोहरे में 20 किमी तक की रफ्तार
दिल्ली-पटना मार्ग पर जगह-जगह घने कोहरे की वजह से ट्रेनों की चाल 20 किमी प्रतिघंटे तक सीमित करनी पड़ रही है। इससे एक के पीछे एक ट्रेनों की कतार जैसी स्थिति हो जा रही है। पायलटों ने बताया कहीं कहीं जीरो मीटर विजिबिलिटी की स्थिति रह रही। सिग्नल तक ठीक से नहीं दिख रहा है, इस वजह से ट्रेनें बेहद धीमी कर चलानी पड़ रही है।
यात्रियों की परेशानी बढ़ी
ट्रेनों की लेटलतीफी से यात्रियों की परेशानी बढ़ रही है। घंटों प्लेटफॉर्म पर ट्रेनों का इंतजार करना पड़ रहा है। देरी से चलने की वजह से चलती ट्रेनों में सफाई व्यवस्था बेपटरी हो गई है। इधर हर रोज रीशेड्यूल किए जाने से इस्लामपुर हटिया के यात्री परेशान हैं। रोज तीन से चार घंटे यात्रियों का इंतजार बढ़ा है। मगध एक्सप्रेस की रैक फंस जाने के कारण यह ट्रेन हर दिन विलंब हो रही है। शनिवार को भी इस ट्रेन को साढ़े चार घंटे के लिए रीशेड्यूल कर दिया है।