पहले मार डाला, फिर पैर काटे; तांत्रिक के कहने पर महिला ने मासूम की दी बलि, वजह कर देगी हैरान
कैमूर जिले में तांत्रिक के कहने पर महिला ने अपने साथियों के साथ मिलकर पड़ोसी के नाती की बलि ले ली। बताया जा रहा है कि महिला की विवाहित बेटी नि:संतान है, जिसके चलतेे पति और ससुराल वाले दूसरी शादी की धमकी दे रहे थे। ओझा ने महिला से कहा अगर बच्चे की बलि देगी, तो उसकी बेटी को बेटा होगा।

बिहार के कैमूर जिले में हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। एक महिला ने तांत्रिक के कहने पर अपने पड़ोसी के दो साल के नाती की बलि चढ़ा दी। आरोपी महिला ने बताया कि उसकी विवाहित बेटी के संतान नहीं हो रही थी। कई सालों से इलाज चल रहा था, लेकिन सब बेकार चला गया। प्रेग्नेंट नहीं होने के चलते पति और ससुराल वाले बेटी को प्रताड़ित कर दूसरी शादी करने की धमकी दे रहे थे। इस दौरान एक तांत्रिक से वो मिली, जिसने उससे कहा कि अगर वो किसी मासूम की बलि देगी, तो उसकी बेटी को बेटा होगा। जिसके बाद महिला ने अपने साथियों के साथ मिलकर पड़ोसी के नाती को अगवा कर उसकी हत्या कर दी। यही नहीं उसके ग्रेडिंग मशीन से उसके पैर काट दिए।
पुलिस ने इस मामले में महिला और उसके दोस्त समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। जिन्होने जघन्य अपराध कबूल कर लिया है। निशानदेही पर पैर काटने में इस्तेमाल ग्रेडर मशीन बरामद कर ली गई। कैमूर एसपी हरि मोहन शुक्ला ने बताया कि पुलिस ने ओझा की पहचान कर ली है, और उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। यूपी के गाजीपुर जिले के नवली गांव का दो वर्षीय बच्चा अपने मामा की शादी में शामिल होने के लिए मां के साथ कुदरा शहर के लालापुर मोहल्ले में अपनी नानी के घर आया था। 22 जनवरी को बच्चा घर के बाहर खेल रहा था, तभी लापता हो गया। उसका पता नहीं चलने पर मामा अजय पाल ने कुदरा थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराई थी।
एसपी ने लड़के की तलाश के लिए मोहनिया एसडीपीओ प्रदीप कुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया। 29 जनवरी को कुदरा रेलवे स्टेशन के पास झाड़ीदार गड्ढे से बच्चे का क्षत-विक्षत शव बरामद किया गया था। लड़के की गला दबाकर हत्या की गई थी और उसके पैर काट दिए गए थे। एसपी ने कहा कि एफएसएल और खुफिया टीमों को कार्रवाई में लगाया गया है। इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और ग्राउंड इंटेलिजेंस से पुलिस संदिग्ध मुन्नी कुंवर, उसके बेटे अविनाश कुमार, उसके दोस्त अंकित कुमार, लक्ष्मीना देवी और उसके बेटे पारसनाथ पाल तक पहुंच गई, जिन्हें गुरुवार को पुलिस स्टेशन लाया गया।
घंटों की पूछताछ के बाद मुन्नी कुंवर टूट गयी और उसने जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी ने बताया कि वो एक ओझा के संपर्क में आई जिसने आश्वासन दिया कि उसकी बेटी एक लड़के की बलि देने के बाद गर्भधारण कर सकती है। और एक बेटे को जन्म दे सकती है। मृतक बच्चे के पड़ोस में आने के बाद मुन्नी ने योजना बनाई। उसने अपनी सहेली लक्ष्मीना देवी, उसके बेटे और अंकित के साथ मिलकर लड़के के अपहरण की योजना बनाई।
अंकित और पारसनाथ ने लड़के को उसकी नानी के घर के बाहर से अपहरण कर लिया, फिर उसे मुन्नी को सौंप दिया। मुन्नी ने अनुष्ठान किया, बच्चे की बलि दी और ओझा के कहने पर उसके पैर काट दिए। रात में उसकी सहेली लक्ष्मीना ने शव झाड़ियों में फेंक दिया। एसपी शुक्ला ने कहा आरोपी ने सबूत छिपाने के लिए घर के अंदर हत्यास्थल पर मिट्टी के फर्श पर कंक्रीट डाल दिया। पुलिस सबूत इकट्ठा करने के लिए शुक्रवार को फर्श की खुदाई कर रही थी।