कोचिंग फीस नहीं जमा करा पाए पिता, दबाव में 9वीं की छात्रा ने जहर खाकर जान दी
सहरसा में कक्षा 9 में पढ़ने वाली एक छात्रा ने सोमवार को जहर खाकर सुसाइड कर लिया। उसके पिता मजदूरी करते हैं और बीते 4 महीने से कोचिंग की फीस नहीं दे पाए थे। पिता के अनुसार कोचिंग संचालक फीस के लिए लगातार दबाव बना रहा था, इससे छात्रा परेशान थी।

बिहार के सहरसा से एक हैरान करने वाला सामने आया है। 9वीं की एक छात्रा ने कोचिंग संचालक द्वारा फीस जमा करने का दबाव बनाए जाने से आहत होकर अपनी जान दे दी। मृतका की पहचान बिहरा थाना क्षेत्र के दुम्मा गांव निवासी सुभाष यादव की 16 साल की बेटी आरती कुमारी है। वह सहरसा के गौतम नगर स्थित एक निजी कोचिंग इंस्टीट्यूट में पढ़ाई करती थी। उसके पिता ने आर्थिक तंगी के चलते कोचिंग की फीस नहीं जमा कराई थी।
जानकारी के अनुसार, आरती ने सोमवार दोपहर को जहर खाल लिया। इसके बाद परिजन उसे इलाज के लिए गांधी पथ स्थित सूर्या अस्पताल में इलाज के लिए ले गए। सोमवार की देर रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मामले की जानकारी मिलने पर सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन की।
मृतक छात्रा के परिजनों ने बताया कि उसके पिता सुभाष यादव मजदूरी करके परिवार का पालन-पोषण करते हैं। आर्थिक तंगी के कारण पिता पिछले 4 महीने से बेटी के कोचिंग की फीस नहीं दे पाए थे। इस कारण कोचिंग संचालक लगातार छात्रा पर दबाव बना रहा था। दबाव के कारण सोमवार को आरती ने घर में रखी गेहूं में कीड़े मारने वाला सल्फास खा लिया। इससे उसकी हालत बिगड़ने लगी। कुछ ही घंटों में उसने दम तोड़ दिया।
मामले की जानकारी मिलने पर जब सदर थाना पुलिस अस्पताल पहुंची तो परिजन ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। मृतक छात्रा के पिता ने थाने में लिखित आवेदन देकर बताया कि उनकी बेटी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। पिता ने बताया कि वह पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते हैं। सदर थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने बताया कि परिजन के अनुसार फीस नहीं देने के कारण कोचिंग संचालक दबाव दे रहे थे। इससे छात्रा आहत हो गई थी, पिता ने उसे मानसिक रूप से बीमार भी बताया।