बीपीएससी शिक्षकों के नाम पर 8 लोगों की फर्जी बहाली, रिटायरमेंट से 3 महीने पहले बीईओ सस्पेंड
प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर बीईओ को निलंबित कर दिया है। उनपर 8 लोगों को बीपीएससी शिक्षक के नाम पर फर्जी तरीके से बहाली करने के आरोप लगे थे, जो जांच में सही पाए गए।
बिहार के समस्तीपुर जिले में बीपीएससी परीक्षा पास शिक्षकों के नाम पर आठ लोगों को फर्जी तरीके से बहाली देने के आरोप में विभूतिपुर प्रखंड के बीईओ कृष्णदेव महतो को सस्पेंड कर दिया गया है। समस्तीपुर डीएम की जांच रिपोर्ट के आधार पर प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने यह कार्रवाई की। विभूतिपुर में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के पद पर तैनात कृष्णदेव महतो तीन महीने बाद ही रिटायर होने वाले थे। उससे पहले उनपर निलंबन की कार्रवाई हो गई। निलंबन अवधि में उन्हें दरभंगा जिला शिक्षा पदाधिकारी के मुख्यालय में रिपोर्ट करना होगा।
प्राथमिक शिक्षा निदेशक ने गुरुवार को इस संबंध में अधिसूचना जारी की। इसमें कृष्णदेव महतो के खिलाफ विभागीय कार्रवाई चलाने का भी निर्देश दिया गया है। बता दें कि 'हिन्दुस्तान' में शिक्षक नियुक्ति में गड़बड़ी की लगातार खबर छपने के बाद तत्कालीन डीएम ने जांच कमेटी गठित कर जांच करने का आदेश दिया था। अपर समाहर्ता राजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में तीन सदस्यीय कमेटी ने मामले की गहन जांच के बाद डीएम को रिपोर्ट सौंपी थी। इसके आधार पर प्राथमिक शिक्षा निदेशक पंकज कुमार ने बीईओ को सस्पेंड कर दिया गया।
हेडमास्टर की मिलीभगत से बीईओ ने कराई थी फर्जी बहाली
निलंबन के लिए जारी पत्र में कहा गया है कि विभूतिपुर बीईओ कृष्णदेव महतो ने प्रधानाध्यापकों की मिलीभगत से आठ फर्जी बीपीएससी शिक्षकों का योगदान कराया था, जो जांच रिपोर्ट में सही पाया गया है। यह मामला गंभीर है। बीईओ पर समस्तीपुर डीईओ ने भी कई आरोप लगाए हैं। उन पर लगे आरोपों की प्रकृति की गंभीरता को देखते हुए बिहार सरकारी सेवक (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियमावली 2005 के प्रावधानों के तहत तत्काल प्रभाव से उन्हें निलंबित किया गया है।