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7 साल से पुलिस लाइन में रहकर दे रहा था धोखा, बिहार में फर्जी सिपाही अरेस्ट

  • गया पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक निगरानी पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। आखिर कैसे कोई व्यक्ति इतने लंबे समय तक बिना सत्यापन के पुलिस लाइन में रह सकता है? पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस फर्जी सिपाही को किसकी शह पर यह सुविधा मिली।

Nishant Nandan हिन्दुस्तान, कार्यालय संवाददाता, गयाWed, 16 April 2025 10:46 AM
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7 साल से पुलिस लाइन में रहकर दे रहा था धोखा, बिहार में फर्जी सिपाही अरेस्ट

बिहार में एक ऐसे फर्जी सिपाही को पकड़ा गया है जो करीब 7 साल से पुलिस में रहता था और वहां बड़ी आराम से आता-जाता था। यह फर्जी सिपाही वर्दी पहनकर सबको धोखा दे रहा था। दरअस पुलिस लाइन से एक फर्जी सिपाही को गिरफ्तार किया गया है। उसका सात वर्षों से पुलिस लाइन में आना-जाना था। आरोपित की पहचान बेलागंज थाना क्षेत्र के राजीव कुमार के रूप में हुई है। वह शहर के मगध मेडिकल थाना क्षेत्र अंतर्गत मगध कॉलोनी में किराए के मकान में रह रहा था।

राजीव कुमार खुद को सिपाही बताकर पुलिस लाइन में आता-जाता था। इस दौरान उसने वर्दी, पहचान पत्र समेत अन्य दस्तावेजों का उपयोग कर लोगों को धोखा दे रहा था। मामले का खुलासा तब हुआ जब पुलिस को उसकी गतिविधियों पर संदेह हुआ और जांच के बाद सच्चाई सामने आई। पुलिस ने उसे तत्काल गिरफ्तार कर लिया।

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सुरक्षा और पुलिस निगरानी पर उठ रहे सवाल

इस घटना के सामने आने के बाद गया पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक निगरानी पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। आखिर कैसे कोई व्यक्ति इतने लंबे समय तक बिना सत्यापन के पुलिस लाइन में रह सकता है? पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस फर्जी सिपाही को किसकी शह पर यह सुविधा मिली।

सूचना मिलते ही रामपुर थाना की पुलिस टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए राजीव कुमार को गिरफ्तार कर लिया और उसके पास से पुलिस वर्दी भी जब्त की गई। फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है कि उसने वर्दी का दुरुपयोग क्यों किया और इसके पीछे उसकी क्या मंशा थी। पुलिस को आशंका है कि वर्दी का उपयोग कर वह लोगों को भ्रमित करने या किसी अन्य आपराधिक गतिविधि को अंजाम देने की योजना बना रहा था। रामपुर थाना में इस मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और मामले की गहनता से जांच की जा रही है।

सिटी एसपी, रामानंद कुमार कौशल ने कहा कि राजीव कुमार पूर्व में एक निजी चालक के रूप में कार्यरत था। हालांकि, उसकी सेवा समाप्त हो चुकी थी, इसके बावजूद वह अवैध रूप से पुलिस की वर्दी पहनकर इलाके में भ्रमण कर रहा था।

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