बिहार से मखाना का कैसे बढ़ेगा निर्यात, सरकार ने बनाया यह प्लान; अलग कोड को भी मंजूरी
कोड अलग होने से भी मखाना का निर्यात बढ़ेगा। केंद्रीय कृषि व किसान कल्याम मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार बिहार के किसानों को हर संभव मदद करेगी। कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि बैठक के दौरान राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र, मुजफ्फरपुर में शहद के अनुसंधान और लैब टेस्टिंग के लिए सहमति प्रदान की गई है।
अब राज्य से मखाना, आम, लीची सहित अन्य कृषि उत्पादों का निर्यात आसान हो जाएगा। जल्द ही पटना के मीठापुर स्थित कृषि भवन में एपीडा (कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण)का कार्यालय खुलेगा। बुधवार को दिल्ली में केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में बिहार में संचालित केंद्र प्रायोजित योजना की समीक्षा हुई।
बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडेय व सचिव संजय कुमार अग्रवाल आदि बैठक में मौजूद रहे। बैठक के दौरान एपीडा के अध्यक्ष ने बताया कि पटना में एपीडा का कार्यालय खोलने की अनुमति दे दी गई है। बिहार से मखाना निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एचएस कोड अलग करने का भी निर्देश बैठक के दौरान दिया गया है। मखाना का निर्यात करने के लए अभी अलग से कोड नहीं होने के कारण इसे ड्राइफ्रूट के साथ ही गिना जाता है।
कोड अलग होने से भी मखाना का निर्यात बढ़ेगा। केंद्रीय कृषि व किसान कल्याम मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार बिहार के किसानों को हर संभव मदद करेगी। कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि बैठक के दौरान राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र, मुजफ्फरपुर में शहद के अनुसंधान और लैब टेस्टिंग के लिए सहमति प्रदान की गई है। केंद्रीय कृषि मंत्री ने मखाना और मक्का अनुसंधान केंद्र सुदृढ़ीकरण के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेश को निर्देश दिया है।