दरभंगा के इस गिरोह का सिपाही भर्ती से शिक्षक बहाली तक सेटिंग, पूछताछ में कई अहम खुलासे
बीपीएससी द्वारा आयोजित सीटीईटी 2022 परीक्षा में भी इस ग्रुप ने कुछ परीक्षार्थियों की सेटिंग करवायी थी। आरोपितों ने पूछताछ में बताया है कि सेटिंग करने में मुख्य भूमिका जहानाबाद के सुदर्शन सिंह की है।
सिपाही भर्ती परीक्षा में सेटिंग करवाने के मामले में दरभंगा के कोतवाली थाने की पुलिस अभी तक तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। आरोपितों से पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं। पुलिस के अनुसार ये लोग संगठित गिरोह बनाकर विभिन्न परीक्षाओं में सेटिंग करवाने का काम करते हैं। इससे पहले बीपीएससी द्वारा आयोजित सीटीईटी 2022 परीक्षा में भी इस ग्रुप ने कुछ परीक्षार्थियों की सेटिंग करवायी थी। आरोपितों ने पूछताछ में बताया है कि सेटिंग करने में मुख्य भूमिका जहानाबाद के सुदर्शन सिंह की है। हालांकि खगड़िया निवासी अभिषेक कुमार मिल्टन की भी सेटिंग में मुख्य भूमिका बतायी जा रही है।
इधर, पुलिस ने इस मामले में कुल नौ ज्ञात व कई अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की है। इसमें समस्तीपुर जिले के हथौड़ी थाने के अखटवारा निवासी दीपक कुमार सिंह, समस्तीपुर जिले के खानपुर निवासी शशिकांत सिंह, खगड़िया जिले के चौथम निवासी अभिषेक कुमार मिल्टन, राजीव, चुनचुन, सुदर्शन, लक्ष्मी, चंदन व योगेश मंडल शामिल हैं। बताया जाता है कि मिर्जापुर स्थित होटल में छापेमारी के दौरान दीपक कुमार सिंह के आधार कार्ड पर पुलिस को शंका हुई थी। जब उसके कमरे की तलाशी ली गई तो दीपक के पास से 12 एडमिट कार्ड बरामद हुए। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर दरभंगा स्टेशन से शशिकांत सिंह को गिरफ्तार किया। उसके पास चार एडमिट कार्ड मिले। जिन लोगों का एडमिट कार्ड बरामद हुआ है, पुलिस इसकी गहनता से छानबीन कर रही है।
सिटी एसपी शुभम आर्य ने बताया कि गैंग में शामिल अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। जल्द ही मामले में संलिप्त कई लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। गिरफ्तार अभिषेक के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताने से परहेज किया। उन्होंने बताया कि दरभंगा सहित बिहार के अन्य जिलों में गैंग के सदस्य काम कर रहे थे। गैंग के दो सदस्यों को दरभंगा से, एक को खगड़िया से और एक सदस्य को जहानाबाद से गिरफ्तार किया गया है। बताया जाता है कि होटल से दीपक कुमार सिंह एवं महिला को हिरासत में लिया गया था।
पुलिस ने जांच में पाया कि महिला दीपक की प्रेमिका है। सिपाही भर्ती परीक्षा से उसका कोई लेना-देना नहीं है। हिरासत में लेने के बाद पूछताछ में उसने बताया था कि वह सिपाही भर्ती परीक्षा में शामिल होने आई थी। लेकिन गैंग के सदस्यों ने उन्हें आश्वासन दिया था कि बिना परीक्षा दिए नौकरी मिल जाएगी। कोतवाली पुलिस ने महिला के परिजनों को बुलाकर जांच करने के बाद उनके हवाले कर दिया।