छात्राओं को रिक्शे से उतारा फिर घसीट कर जंगल की तरफ ले गए, बिहार में खुलेआम गुंडई
ई रिक्शा के थोड़ी दूर आगे बढ़ते ही मुख्य आरोपित दो साथियों के साथ दूसरे ई-रिक्शा से छात्राओं का पीछा करते हुए पहुंचा। उसने अपने साथियों के साथ छात्राओं को जबरदस्ती ई-रिक्शा से उतारा और हथियार का भय दिखाकर उन्हें खींचते हुए चारों बदमाश सड़क किनारे जंगलों में ले जाने लगे।
मोकामा के मोर से शुक्रवार की शाम कोचिंग से पढ़कर घर लौट रही चार नाबालिग छात्राओं से हथियार के बल पर चार बदमाशों ने छेड़खानी की। बदमाशों ने ई-रिक्शा से जा रही छात्राओं को हथियार के बल पर जबरन उतारा और घसीटते हुए सड़क किनारे सुनसान जंगलों की तरफ ले जाने लगे। हालांकि, छात्राओं की चीख पुकार सुनकर लोग दौड़े और उन्हें बचाया। इस मामले में पुलिस ने एक नाबालिग आरोपित को गिरफ्तार किया है। उसकी निशानदेही पर हथियार भी बरामद हुआ है। वहीं मुख्य आरोपित समेत अन्य फरार है।
छात्राओं के परिजनों ने मोकामा थाने में आवेदन में बताया कि मोर गांव से कोचिंग से पढ़कर ई-रिक्शा से चार छात्राएं लौट रही थी। इसी दौरान एक मनचला जबरदस्ती ई-रिक्शा चालक के बगल वाली सीट पर बैठ गया। ई रिक्शा के थोड़ी दूर आगे बढ़ते ही मुख्य आरोपित दो साथियों के साथ दूसरे ई-रिक्शा से छात्राओं का पीछा करते हुए पहुंचा। उसने अपने साथियों के साथ छात्राओं को जबरदस्ती ई-रिक्शा से उतारा और हथियार का भय दिखाकर उन्हें खींचते हुए चारों बदमाश सड़क किनारे जंगलों में ले जाने लगे। इसके बाद छात्राएं चिल्लाने लगी।
पास में लाइन होटल संचालक और वहां मौजूद कुछ लोग दौड़ते हुए पहुंचे और छात्राओं को बदमाशों के चंगुल से बचाया। इसके बाद सभी बदमाश भागने लगे। हालांकि, एक नाबालिग बदमाश को स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया। इसी बीच मोकामा थाने की गश्ती गाड़ी भी पहुंच गई। स्थानीय लोगों ने उसे पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर हथियार भी बरामद किया गया है। बताया जाता है कि कन्हाईपुर डीह निवासी एक आरोपित ने ही हथियार मुहैया कराया था और उसी ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर छात्राओं के साथ हैवानियत की साजिश रची थी। मोकामा पुलिस ने चारों छात्राओं को सुरक्षित घर भेजा दिया। छात्राओं के बयान पर पॉस्को सहित अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है।