सरकारी ठेकों से कैसे हुई काली कमाई, संजीव हंस और गुलाब यादव से फिर पूछताछ की तैयारी; अभी इन दोनों से सवाल पूछ रही ED
दिल्ली के पॉश इलाके में पहले प्रवीण चौधरी के नाम पर करीब 10 करोड़ रुपये का बंगला खरीदा गया, जिसे बाद में संजीव हंस की पत्नी के नाम पर ट्रांसफर कर दिया गया। इसे लेकर अलग से पूछताछ चल रही है। काली कमाई से खरीदी गई इस कोठी के लिए किसने किस रूप में पैसे दिये, इसे लेकर पूरी तफ्तीश चल रही है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) आईएएस संजीव हंस मामले में दो आरोपितों को प्रवीण चौधरी और पुष्पराज बजाज को दोबारा रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। इन दोनों से इस बार मुख्य रूप से ऊर्जा विभाग में विभिन्न कार्यों के लिए चरणवार करोड़ों रुपये की ठेकेदारी में की गई दलाली के बारे में पूछा जा रहा है। संजीव हंस के माध्यम से इन्होंने किन-किन सरकारी ठेकों और कामों को पैसे लेकर अवैध तरीके से हासिल किया है, इसकी पूरी जानकारी ली जा रही है। दूसरी तरफ इस मामले में ईडी संजीव हंस और गुलाब यादव को फिर से रिमांड पर लेकर पूछताछ कर सकती है। अभी कई पहलुओं पर जांच चल रही है।
दिल्ली के पॉश इलाके में पहले प्रवीण चौधरी के नाम पर करीब 10 करोड़ रुपये का बंगला खरीदा गया, जिसे बाद में संजीव हंस की पत्नी के नाम पर ट्रांसफर कर दिया गया। इसे लेकर अलग से पूछताछ चल रही है। काली कमाई से खरीदी गई इस कोठी के लिए किसने किस रूप में पैसे दिये, इसे लेकर पूरी तफ्तीश चल रही है। प्रवीण चौधरी मूल रूप से बिहार के मधुबनी का रहने वाला है। उसने भी संजीव हंस के साथ मिलकर कई सरकारी कार्यों के ठेके गलत तरीके से हासिल किए थे। इसके बदले में उसने गुलाब यादव समेत अन्य किन-किन लोगों को कमीशन दी थी, इसकी पूरी सूचना ली जा रही है।
कोलकाता में बिचौलिये की भूमिका निभाने वाले और अपने सीए बहनोई के साथ मिलकर संजीव हंस समेत अन्य अधिकारियों की काली कमाई का निवेश कराने वाले पुष्पराज बजाज से भी कई पहलुओं पर पूछताछ हो रही है। कहां-कहां कितने पैसे का निवेश कराया, इसका पूरा ब्योरा लिया जा रहा है। रियल एस्टेट में संजीव हंस, गुलाब यादव के काफी निवेश है, इसकी पूरी जानकारी इससे ली जा रही है। दोनों आरोपियों से अलग-अलग के साथ ही आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जा रही है।