डीआरएम का रसोइया निकला फर्जी नौकरी गिरोह का गुर्गा, जीआरपी ने स्टेशन से किया गिरफ्तार
रेलवे में फर्जी नौकरी दिलाने में शामिल गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए शुक्रवार को दूसरे दिन भी पुलिस ने छापेमारी की। सोनपुर रेल मंडल के पीडब्लूआई सोनपुर के यहां गेटमैन के रूप में कार्यरत परवेजा पहाड़ी चक वार्ड चार निवासी जगन्नाथ के पुत्र संजय कुमार को पुलिस ने हिरासत में लिया।
रेलवे में फर्जी नौकरी दिलाने में शामिल गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए शुक्रवार को दूसरे दिन भी पुलिस ने छापेमारी की। सोनपुर रेल मंडल के पीडब्लूआई सोनपुर के यहां गेटमैन के रूप में कार्यरत परवेजा पहाड़ी चक वार्ड चार निवासी जगन्नाथ के पुत्र संजय कुमार को पुलिस ने सोनपुर स्टेशन से हिरासत में लिया। वह फिलहाल एडीआरएम के आवास पर रसोइया का काम करता था।
जीआरपी को देखते ही उसने भागने की भी कोशिश की, लेकिन पकड़ा गया। हिरासत में लिये जाने के बाद जीआरपी उससे पूछताछ कर रही है। फर्जी नौकरी से जुड़े अन्य तथ्य भी जुटाने की कोशिश में पुलिस लगी हुई है।
फर्जी नौकरी मामले में वाणिज्यकर्मी अब भी फरार बताया जाता है। गौरतलब हो कि जीआरपी ने गुरुवार की देर शाम भी एडीआरएम के आवास व वाणिज्य विभाग में छापेमारी की थी। इस दौरान दोनों फरार हो गये थे। छापेमारी अभियान का नेतृत्व जीआरपी थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार ने किया। जीआरपी की कार्रवाई और रसोइया की गिरफ्तारी से रेलवे में हड़कंप मच गया है।
मालूम हो कि बीते 05 दिसंबर को सोनपुर रेल मंडल में फर्जी आईडी के साथ तीन युवक सोनपुर स्टेशन पर गिरफ्तार किए गए थे। पकड़े जाने पर तीनों से पुलिस को बताया कि वे वाणिज्य विभाग के स्टाफ हैं और अवतार नगर स्टेशन पर बुकिंग क्लर्क का प्रशिक्षण ले रहे हैं। उनके पास से डीआरएम कार्यालय से निर्गत फर्जी पहचान पत्र भी बरामद किये गये थे। उसके बाद पुलिस को शक हुआ तो जांच तेज कर दी गयी है। आशंका जताई जा रही है कि इस रैकेट में शामिल कई लोग बेनकाब होने वाले हैं।