बिहटा एयरपोर्ट के रनवे विस्तार में तोड़े जाएंगे दर्जनों मकान, कमिटी ने पटना डीएम को सौंपी रिपोर्ट
पटना के बिहटा एयरपोर्ट के रनवे विस्तार के लिए जिला प्रशासन के सामने जमीन अधिग्रहण को लेकर चुनौती बनी हुई है। पूर्व और पश्चिम दोनों तरफ रनवे विस्तार की स्थिति में दर्जनों घरों को तोड़ा जाएगा। जबकि गांव वाले इसका विरोध कर रहे हैं।
बिहार के पटना जिले में बिहटा एयरपोर्ट के रनवे विस्तार के लिए दर्जनों मकानों को तोड़ा जाएगा। इसे लेकर जिला प्रशासन की कमेटी ने गुरुवार को अपनी रिपोर्ट पटना डीएम को सौंप दी है। रिपोर्ट के अनुसार, अगर रनवे का पश्चिम क्षेत्र में विस्तार होता है तो 246 मकानों को तोड़ना पड़ेगा। वहीं, पूर्व की तरफ विस्तार किया जाता है तो 154 मकान तोड़े जाएंगे।
दरअसल, बिहटा एयरपोर्ट के रनवे विस्तार के लिए 173 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। एयरपोर्ट के पूर्वी हिस्से सरफुद्दीन गांव है। अगर इधर रनवे का विस्तार किया गया तो लगभग 119 पक्के मकान, 35 कच्चे मकान, एक मस्जिद और एक मजार समेत कुल 156 संरचनाएं प्रभावित होंगी। यहां से कुल 154 घरों में रहने वाले लोगों का पुनर्वास करना होगा। हालांकि इस गांव के लोगों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम लिखे पत्र में भूमि अधिग्रहण का विरोध किया।
इसी तरह अगर बिहटा एयरपोर्ट के पश्चिमी हिस्से में रनवे का विस्तार होता है तो कोरहर गांव के 246 घर प्रभावित होंगे। इसके अलावा एक मजार और 6 मंदिर भी प्रभावित होंगे। इसके अलावा वर्तमान हवाई अड्डा की चारदीवारी से लगभग 500 मीटर पर बिहटा-मनेर पथ स्थित है, इसीलिए यहां अंडरपास बनाने की जरूरत होगी। हालांकि, कोरहर गांव के 607 लोगों ने डीएम के नाम लिखे गए पत्र में कहा है कि इस क्षेत्र में रनवे का विस्तार नहीं किया जाए। रनवे में विस्तार का दोनों हिस्से में ग्रामीणों का विरोध है, ऐसी स्थिति में निर्णय लेना काफी मुश्किल होगा।