डॉक्टर के सिर पर सिलेंडर से हमला, गार्ड की पिटाई, भागलपुर का मायागंज अस्पताल क्यों बना रणक्षेत्र?
मृतक के परिजनों ने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के साथ मारपीट शुरू कर दी। मारपीट और हंगामा की घटना रात 10.18 बजे शुरू हुआ जो लगभग 20 मिनट तक चलता रहा। मृतक के परिजनों ने डॉ. आवेश के सिर पर आग बुझाने का सिलेंडर फेंक कर हमला कर दिया
बिहार के भागलपुर में जेएलएनएमसीएच में भारी बवाल हआ। मरीज के परिजनों ने डॉक्टर पर हमला कर दिया। जवाब में दूसरी ओर से भी मारपीट की गई। एक्सीडेंट में जख्मी हुए मकंदपुर के टुनटुन साह को शुक्रवार की रात मृत घोषित करते ही मायागंज अस्पताल रणक्षेत्र में बदल गया। मृतक के परिजनों ने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के साथ मारपीट शुरू कर दी। मारपीट और हंगामा की घटना रात 10.18 बजे शुरू हुआ जो लगभग 20 मिनट तक चलता रहा। मृतक के परिजनों ने डॉ. आवेश के सिर पर आग बुझाने का सिलेंडर फेंक कर हमला कर दिया जिससे उन्हें गंभीर चोट आई है। उनके अलावा डॉ. सच्चिदानंद भी जख्मी हुए हैं। मामले को शांत कराने पहुंचे बरारी के दारोगा सूरज भूषण सहित दो दारोगा के साथ मारपीट की गई। अस्पताल का गार्ड लालू भी मारपीट में जख्मी हुआ है।
इस घटना में मृतक के परिजनों को भी चोट आई है। वहीं परिजनों की ओर से एक महिला सहित तीन लोग घायल है। इस घटना में कुल आठ लोग जख्मी हुए। सूचना पर एसडीएम सदर धनंजय कुमार, डीएसपी सिटी-प्रथम अजय चौधरी और अस्पताल अधीक्षक डॉ केके सिन्हा पहुंचे। सदर एसडीएम ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन की तरफ से केस दर्ज कराया जाएगा। सीसीटीवी फुटेज से आरोपियों की पहचान की जाएगी।
बेटे के लिए लड़की देख दामाद संग लौट रहे थे टुनटुन
मृतक टुनटुन साह के दामाद ने बताया कि वे अपने साले राघव के लिए लड़की देखने अपने ससुर के साथ संग्रामपुर गए थे। लड़की देखने के बाद वे ससुर को बाइक पर बिठाकर वापस लौट रहे थे। शाहकुंड से अकबरनगर के बीच दोनों बाइक से गिर पड़े। परिजनों को सूचना दी। परिजन उन्हें इलाज के लिए शाहकुंड स्थित अस्पताल ले गए। वहां से दोनों को मायागंज रेफर किया गया।
मायागंज में हंगामा की सूचना और पुलिस के साथ मारपीट की खबर मिलने पर अतिरिक्त बल को वहां भेजा गया। बरारी के अलावा तिलकामांझी, इशाकचक और अन्य थानों के थानेदार और वज्रा की टीम को भी मायागंज बुलाया गया। देर रात तक अस्पताल परिसर में पर्याप्त संख्या में पुलिस की प्रतिनियुक्ति थी।
एम्बुलेंस चालक और अटेंडेंट की पिटाई से शुरू हुआ हंगामा
टुनटुन और कन्हैया को इलाज के लिए मायागंज लाने वाले लोगों ने सबसे पहले उस एम्बुलेंस के चालक और अटेंडेंट को पीटना शुरू कर दिया। उनका आरोप था कि टुनटुन को ऑक्सीजन तो लगा दिया पर उसे ऑन नहीं किया। एम्बुलेंस से उतारने के बाद दोनों को इमेरजेंसी ले जाया गया। वहां डॉक्टर ने टुनटुन को देखते ही मृत घोषित कर दिया। मृत घोषित करते ही परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। वहां मौजूद डॉक्टर के साथ मारपीट की। वहां पड़े इलाज के सामान को इधर उधर फेंकना शुरू कर दिया। गार्ड और पुलिस के साथ भी मारपीट की। आरोपियों की संख्या को लेकर संशय है। अस्पताल के डॉक्टर का कहना है कि वे 30 से ज्यादा संख्या में थे जबकि सीसीटीवी फुटेज से साफ है कि उनकी संख्या लगभग 10 थी। टुनटुन के दामाद कन्हैया ने बताया कि वह कोलकाता में एक प्राइवेट कंपनी में काम करता है। जिस साले राघव के लिए लड़की देखने के लिए वह ससुर के साथ गया था। वह दक्षिण भारत में एक कंपनी में काम करता था। उसने बताया कि उसका एक ही साला और एक साली है। वह इस बात को लेकर परेशान दिखा कि घर का कोई भी सदस्य उसके साथ नहीं था।