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दिवाली-छठ स्पेशल ट्रेनों का किराया 30 फीसदी ज्यादा, सफर भूखे पेट; टॉयलेट जाना भी मुश्किल

दिल्ली, मुंबई समेत अन्य शहरों से बिहार के लिए चलाई जा रहीं दिवाली और छठ पूजा स्पेशल ट्रेनों में हर साल की तरह भारी भीड़ उमड़ रही है। रेगुलर ट्रेनों के अतिरिक्त रेलवे सैकड़ों स्पेशल ट्रेनें चला रहा है। इनका किराया भी ज्यादा चुकाना पड़ रहा है और सुविधा के नाम पर कुछ नहीं मिल रहा है।

Jayesh Jetawat हिन्दुस्तानTue, 29 Oct 2024 12:12 PM
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देश के अन्य शहरों से बिहार आने वाली ट्रेनों में यात्रियों का रेला पहुंच रहा है। दीपावली- छठ में पटना आने के लिए कंफर्म टिकटों की मारामारी के बीच ट्रेनों की यात्रा के दौरान भारी दुश्वारियों से दो-चार होना पड़ रहा है। जनरल और स्लीपर बोगियों में भीड़ इतनी है कि यात्रा के दौरान यात्रियों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। बोगी में घुसने से लेकर बर्थ तक पहुंचने जद्दोजहद में यात्री चोटिल हो रहे हैं। स्पेशल ट्रेनों में सफर के दौरान खानपान के इंतजाम नाकाफी हैं। नियमित ट्रेनों की स्लीपर बोगियों में भीड़ ऐसी है कि बर्थ से बाथरूम तक पहुंचना मुश्किल है। स्पेशल ट्रेनों में 30 प्रतिशत अधिक किराया देने के बावजूद सुविधाओं की कमी से हजारों यात्री परेशान हैं। ये ट्रेनें लेट भी चल रही हैं।

हिन्दुस्तान ने पटना जंक्शन, राजेन्द्रनगर, दानापुर और पाटलिपुत्र जंक्शन पर यात्रियों से बातचीत की तो उन्होंने रेलवे के इंतजामों को नाकाफी बताया और सफर के कड़वे अनुभव के बाद आक्रोशित दिखे। यात्रियों का कहना था कि क्षमता से तीन से चार गुना ज्यादा यात्री बोगी में सफर कर रहे हैं। इससे सारी व्यवस्था और यात्री सुविधा चरमरा गई है। स्टेशनों पर पहुंचे यात्रियों के अनुभव के हवाले से पेश है यह रिपोर्ट...।

दिल्ली-इस्लामपुर मगध एक्सप्रेस दिन के लगभग 1:15 बजे राजेंद्र नगर टर्मिनल के प्लेटफार्म नंबर चार पर पहुंची। दिल्ली से आ रही नेहा कुमारी ने बताया कि थर्ड एसी में उनका आरक्षण था। लेकिन भीड़ अधिक रहने के कारण एसी के यात्रियों को भी बर्थ से बाथरूम जाने में काफी जद्दोजहद करना पड़ी। नियमित आरक्षण नहीं मिलने के कारण तत्काल टिकट लेकर यात्रा कर रहे हैं।

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इसके बाद भी सफर में काफी परेशानी उठानी पड़ी। तत्काल के लिए एक्सट्रा पैसे चुकाने के बाद बोगी में साफ-सफाई के इंतजाम नहीं थे। वहीं कंकड़बाग के हरिओम ने बताया कि उनको दिल्ली से पटना आना था। लेकिन किसी भी ट्रेन में कंफर्म टिकट नहीं मिल रहा था। जिस कारण तत्काल टिकट लेकर पटना पहुंचे हैं। आरक्षित बोगी में भी वेटिंग टिकट और बेटिकट यात्रियों की भीड़ से रास्ते भर परेशानी हुई।

पंकज कुमार ने बताया कि आरक्षित टिकट लेकर सामान्य श्रेणी वाली टिकट जैसा पटना पहुंचे हैं। कोच में बहुत अधिक भीड़ थी। रेलवे की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई जिससे बेटिकट लोगों से हमें राहत मिलती। चार माह पहले ही पटना आने के लिए आरक्षण कराएं थे। राजेन्द्र नगर में स्टेशन पर आरपीएफ की भी सक्रियता नहीं के बराबर थी।

गांधीधाम-कामाख्या एक्सप्रेस से अहमदाबाद से पटना आए यात्री राकेश ने बताया कि तीन दिन तक कंफर्म टिकट के लिए काउंटर पर गए। न एसी का टिकट मिला न स्लीपर का। काउंटरों पर मारामारी की स्थिति रही। अंतत: रिजर्वेशन नहीं हुआ और जनरल टिकट लेना पड़ा। जनरल बोगी में यात्री ठुसे हुए थे। एक बोगी में दो सौ से ज्यादा लोग थे। सफर के दौरान रास्ते भर में बीमार हो गया। कानपुर स्टेशन पर दोस्त से दवाएं मंगवाईं। खाने-पीने का तो छोड़ ही दीजिए, खड़ा होने की जगह नहीं थी। अंत में स्लीपर बोगी में जाकर खड़े हुए तो थोड़ी राहत मिली। स्लीपर बोगियों में भी गंदगी पसरी हुई थी।

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दोपहर साढ़े 12 बजे पटना जंक्शन पहुंची संपूर्ण क्रांति क्लोन एक्सप्रेस से पहुंचे यात्री विवेक ने कहा कि नियमित ट्रेनों में जगह न होने के कारण उन्होंने नई दिल्ली से पटना जंक्शन के लिए संपूर्ण क्रांति क्लोन एक्सप्रेस में टिकट लिया। 30 प्रतिशत अधिक किराया चुकाने के बाद भी सुविधा नदारद थी। पूरे रास्ते न ट्रेन में सुरक्षा थी न साफ-सफाई की सुविधा। खाने-पीने की मुश्किल यह कि नई दिल्ली से पटना तक भूखे पेट सफर करना पड़ा। इस ट्रेन के जनरल डब्बे में भारी भीड़ रही। एक बोगी में लगभग 300 यात्री ठूसे हुए थे।

इधर, पटना से बिहार के अन्य स्टेशनों को खुलने वाली ट्रेनों का हाल भी बुरा है। सोमवार को राज्यरानी एक्सप्रेस में यात्रियों की भीड़ इतनी हो गई कि बोगी का दरवाजा जाम हो गया। कई यात्री आपातकालीन खिड़की से बोगी में घुसते देखे गए। मौके पर आरपीएफ जवानों की मौजूदगी न होने से बेतरतीब तरीके से यात्री ट्रेन में सवार होने लगे। इस दौरान एक दूसरे के लगेज से दो तीन यात्री चोटिल हो गए।

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पाटलिपुत्र स्टेशन पर यात्रियों की संख्या अन्य दिनों से अधिक थी। आनंद विहार टर्मिनल मुजफ्फरपुर स्पेशल ट्रेन संख्या 05220 से सफर कर पहुंचे राजा बाजार निवासी तनवीर अहमद ने कहा कि अन्य ट्रेनों में सीट नहीं मिलने पर स्पेशल ट्रेन में टिकट लिए थे। 10.25 में सुबह पहुंचने वाली ट्रेन अपराह्न में तीन बजे पहुंची। नेऊरा से पाटलिपुत्र के बीच बार-बार ट्रेन जहां तहां रुकती रही। स्पेशल ट्रेन में पेंट्रीकार तक नहीं था। खाने-पीने के लिए तरसना पड़ा।

पर्व त्यौहार में चलाए जाने वाले स्पेशल ट्रेन सिर्फ नाम की हैं। स्पेशल कोई सुविधा नहीं मिलती। उस पर परिचालन भी सही समय पर नहीं होता है। नई दिल्ली गुवाहाटी पूर्वोत्तर सम्पर्क क्रांति 22450 में एम जेड बोगी में सफर कर रहे कुर्जी निवासी पूनम देवी अपने बच्चों को लेने पहुंचीं। भीड़ को देखते हुए एसी बोगी से बच्चे को आने के लिए कहा। ताकि कोई परेशानी नहीं हो। इस ट्रेन से पहुंचे यात्रियों ने बताया कि बोगी में अवैध वेंडरों से रास्ते भर परेशानी हुई।

स्पेशल ट्रेन के सफर में हो रही है फजीहत

सोमवार को पाटलिपुत्र स्टेशन पर यात्रियों की संख्या अन्य दिनों से अधिक थी। ट्रेन में चढ़ने और उतरे वाले की भीड़ अच्छी खासी थी। ट्रेन के इंतजार में पुल पर बैठकर लोग समय बीता रहे थे। कारण अधिकतर ट्रेनें प्लेटफार्म संख्या दो, तीन और चार से आ जा रही थी। आनंद विहार टर्मिनल मुजफ्फरपुर स्पेशल ट्रेन संख्या 05220 से सफर कर रहे राजा बाजार निवासी तनवीर अहमद ने कहा कि अन्य ट्रेनों में सीट नहीं मिलने पर स्पेशल ट्रेन में टिकट लिया। 10.25 में सुबह पहुंचने वाली ट्रेन अपराह्न में तीन बजे पहुंची। जगह जगह ट्रेन रुकते हुए आई। नेऊरा से पाटलिपुत्र आने में पसीने छूट गए। स्पेशल ट्रेन में पेन्ट्रीकार तक नहीं था। पर्व-त्योहार में चलाए जाने वाले स्पेशल ट्रेन सिर्फ नाम का है। स्पेशल कोई सुविधा नहीं मिलती। उस पर परिचालन भी सही समय पर नहीं होता है।

नई दिल्ली गुवाहटी पूर्वोत्तर सम्पर्क क्रान्ति 22450 में एम जेड बोगी में सफर कर रहे कुर्जी निवासी पूनम देवी अपने बच्चों को लेने पहुंची। भीड़-भाड़ को देखते हुए एसी बोगी से बच्चे को आने के लिए कहा, ताकि कोई परेशानी नहीं हो। पूर्वोत्तर सम्पर्क क्रांति ट्रेन 02261 ट्रेन 4 नंबर प्लेटफार्म पर 13.15 बजे पहुंची। एसी गेट बंद रहने से एक पैसेंजर को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। गार्ड की मदद से महिला पैसेंजर को चढ़ाया गया। अहमदाबाद बरौनी ट्रेन संख्या 19483 अपने निर्धारित समय पौने घंटे विलंब से चल रही थी। किसी कारणवश थोड़ी देर के लिए रुकी। पैसेंजर को देखते हुए स्टैंड से लेकर प्लेटफार्म तक ऑटो चालक सवारी खोजते हुए नजर आए। प्लेटफार्म पर सफाई, पेयजलापूर्ति की व्यवस्था ठीक ठीक थी। पुलिसकर्मी भी प्लेटफार्म पर टहलते हुए नजर आए।

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