बिहार में डेंगू का विस्फोट; पटना बना हॉट स्पॉट, एक दिन में 53 मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप
एक जनवरी से 30 अगस्त तक राज्य के विभिन्न जिलों में 728 डेंगू पीड़ित हो चुके हैं। जिलों से मिली रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार को पटना में 33, दरभंगा 3, बेगूसराय 3, मुजफ्फरपुर 2, नालंदा 2, सीवान में 2 मरीज मिले। अरवल, भागलपुर, जहानाबाद, कटिहार, मधुबनी, नवादा, सारण और वैशाली में एक-एक मरीज मिले हैं।
बिहार में डेंगू विस्फोटक रूप लेता जा रहा है। राजधानी पटना के कंकड़बाग और अजीमाबाद हॉटस्पॉट बन गए हैं। शनिवार को डेंगू के 33 और राज्य भर में 53 मरीज मिले हैं। इनमें कंकड़बाग से आठ, अजीमाबाद से छह, एनसीसी अंचल से पांच, पटना सिटी से 4, बांकीपुर अंचल से दो और पाटलिपुत्र अंचल से एक मिले हैं। बाकी की पहचान नहीं हो पाई है। अब कुल डेंगू संक्रमितों की संख्या बढ़कर 280 पर पहुंच गयी है। राज्य के अन्य जिलों में भी जांच में डेंगू पीड़ित मरीज मिल रहे हैं। इससे राज्य के स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है।
एक दिन पहले भी 18 डेंगू पीड़ित पटना में मिले हैं। पटना में इस वर्ष अबतक कंकड़बाग, अजीमाबाद और बांकीपुर अंचल सबसे बड़ा हॉट स्पॉट बनकर उभरे हैं। अबतक मिले कुल डेंगू पीड़ितों में आधे से ज्यादा इन्हीं तीन अंचलों से मिले हैं। इन अंचलों के दर्जन भर से ज्यादा मोहल्ले जलजमाव, खुले सीवर और ध्वस्त मैनहोल से त्रस्त है।
कंकड़बाग अंचल में अबतक 70 संक्रमित मिले कंकड़बाग अंचल के योगीपुर, चित्रगुप्तनगर, बैंकमेन्स कॉलोनी, काली मंदिर रोड, हनुमाननगर, भूतनाथ रोड, अगमकुआं थाने के आसपास के मोहल्ले अब डेंगू के हॉट स्पॉट बन गए हैं। शहर का पहला डेंगू पीड़ित इस बार योगीपुर मोहल्ले से ही मिला था। योगीपुर, चित्रगुप्तनगर इलाके में जर्जर सड़क, गड्ढ़े, ध्वस्त नालियां और खाली प्लॉट में जमा पानी डेंगू मच्छरों के लिए अनुकूल माहौल बना रहा है। मोहल्ले में निजी क्लीनिक चलानेवाले चिकित्सक डॉ. सुरेंद्र कुमार ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से आ रहे बुखार पीड़ितों में लगभग 20 प्रतिशत डेंगू पीड़ित मिल रहे हैं। बताया कि दो दिन पहले उन्होंने लक्षण के आधार पर पांच लोंगों की जांच कराई थी, उनमें से तीन को डेंगू से ग्रसित पाया गया।
डॉ. राजीव रंजन ने बताया कि निगम अजीमाबाद अंचल में अबतक 61 लोग डेंगू से ग्रसित हो चुके हैं। अगर निजी अस्पतालों व क्लीनिकों में पहुंच रहे मरीजों की मानें तो यह आंकड़ा 100 के पार पहुंच गया है। आलमगंज से शनिचरा मंदिर तक कई इलाके में डेंगू का प्रकोप बढ़ा है। एनएमसीएच में मेडिसिन विभाग के हेड डॉ. अजय कुमार सिन्हा ने बताया कि यहां होनेवाली जांच में अब डेंगू पीड़ित मिलने लगे हैं। मच्छरदानी का प्रयोग, आसपास में पानी नहीं जमने देने आदि का सुझाव दिए।
राजधानी में 33 नए मरीजों की पहचान
इस साल एक जनवरी से 30 अगस्त तक राज्य के विभिन्न जिलों में 728 डेंगू पीड़ित हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग को जिलों से मिली रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार (30 अगस्त) को पटना में 33, दरभंगा 3, बेगूसराय 3, मुजफ्फरपुर 2, नालंदा 2, सीवान में 2 मरीज मिले। अरवल, भागलपुर, जहानाबाद, कटिहार, मधुबनी, नवादा, सारण और वैशाली में एक-एक मरीज मिले हैं।
कहते हैं अधिकारी
डेंगू के हॉट स्पॉट बने पटना के तीनों अंचलों कंकड़बाग, बांकीपुर और अजीमाबाद अंचलों के कार्यपालक पदाधिकारियों को विशेष अभियान चलाकर प्रभावित मोहल्ले में फॉगिंग और एंटी लार्वासाइड का छिड़काव कराने का निर्देश दिया गया है। इसकी मॉनिटरिंग के लिए भी कहा गया है। अगले सप्ताह डेंगू पर विशेष बैठक भी आयेाजित की जाएगी। - डॉ. चंद्रशेखर सिंह, डीएम, पटना।
बांकीपुर अंचल के बाजार समिति, राजेन्द्रनगर, लोहानीपुर, कदमकुआं, सब्जीबाग, जीएम रोड, मुसल्लहपुर हाट, महेन्द्रू, इलाके से लगातार डेंगू पीड़ित अस्पताल पहुंच रहे हैं। मोहल्ले के विकास सिंह ने बताया कि निर्माण कार्य, गंदगी के कारण इन मोहल्लों में 15 दिनों से मच्छरों का प्रकोप काफी बढ़ गया है। आसपास के तीन-चार घरों में लोग डेंगू से पीड़ित भी हो चुके हैं। जिला स्वास्थ्य समिति के एक पदाधिकारी और एक चिकित्सक के परिवार के सदस्य भी डेंगू से ग्रसित हो गए थे। अबतक 58 लोग डेंगू से पीड़ित हो चुके हैं।
मुजफ्फरपुर से लाए गए लार्वा में डेंगू के मच्छर पाए गए
मुजफ्फरपुर में एसकेएमसीएच के पास से शबाजपुर राधोपुर इलाके से लाए गए इंटोमोलॉजिकल लार्वा जांच में डेंगू मच्छर के पाए गए हैं। इस बाबत मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को लार्वा की जांच पटना के आरएमआरआई में कराई गई। विभिन्न जिलों में फैल रहे डेंगू की बीमारी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को सर्तकता का निर्देश दिया है। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 20 बेड का एक वार्ड डेंगू मरीजों के लिए सुरक्षित रखने के लिए कहा गया है। दूसरी तरफ जिला अस्पतालों में 10 बेड और अन्य अस्पतालों में 5-5 बेड डेंगू मरीजों के लिए सुरक्षित रखने का निर्देश भी इस बाबत दिया गया है। राज्य में डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग को मिली रिपोर्ट के मुताबिक राज्यभर में 53 नए मरीज मिले हैं। डेंगू पीड़ित की मौत की भी सूचना आने लगी है।
पर्याप्त मात्रा में निशुल्क दवा की है उपलब्धता
स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक सह मलेरिया के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि डेंगू नियंत्रण के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड, दवा और प्लेटलेट्स की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई है। पर्याप्त मात्रा में दवा की निशुल्क उपलब्धता है। ब्लड बैंक से प्लेटलेट्स भी उपलब्ध करा दिए जाएंगे।