सारण-सीवान में लोगों तक कैसे पहुंची जहरीली शराब, पुलिस की जांच में क्या पता चला
सीवान में प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि पिछले दो दिनों से तीनों गांवों के लोग बीमार पड़ रहे थे, लेकिन पुलिस-प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। अगर पुलिस पहले चेती होती तो ब्रह्मस्थान गांव में दो साल पहले हुई शराब कांड दोहराई नहीं जाती।
बिहार में जहरीली शराब से मौत के आंकड़े बढ़ रहे हैं। सीवान और छपरा में जहरीली शराब से अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें सीवान के 11 और छपरा के चार लोग शामिल हैं। सीवान जिले के चार गांवों के 11 लोगों की शराब पीने से हुई मौत के मामले में पुलिस की कार्रवाई तेज कर दी गई है। पुलिस की अब तक की जांच में पता चला है कि लकड़ी नबीगंज के एक धंधेबाज के पास से बेलासपुर में शराब लाई गई थी। भगवानपुर हाट प्रखंड के बेलासपुर गांव के धंधेबाज से ही शराब खरीदकर लोगों ने पी थी। यहीं से शराब मशरक के इब्राहिमपुर में भी लाई गई थी, जहां से सारण के लोगों ने खरीद कर पी थी।
दोनों जिलों के डीएम-एसपी समेत वरीय अधिकारियों ने प्रभावित गांवों का दौरा कर स्थिति का जायाजा भी लिया। छपरा के प्रभावित गांवों का मुआयना डीआईजी निलेश कुमार, डीएम अमन समीर, एसपी कुमार आशीष सहित अन्य अधिकारियों ने किया। उधर, सीवान डीएम मुकुल कुमार गुप्ता, एसपी अमितेश कुमार ने प्रभावित गांवों का दौरा किया।
सीवान में प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि पिछले दो दिनों से तीनों गांवों के लोग बीमार पड़ रहे थे, लेकिन पुलिस-प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। अगर पुलिस पहले चेती होती तो ब्रह्मस्थान गांव में दो साल पहले हुई शराब कांड दोहराई नहीं जाती। मालूम हो कि थाना क्षेत्र के ब्रह्मस्थान गांव में करीब दो वर्ष पहले शराब के सेवन से सात लोगों की मौत हो गई थी। इससे ब्रह्मस्थान व सोंधानी गांव के सात लोगों के परिवार उजड़ गए थे।
कौड़िया वैश्य टोली समेत चार गांव में नौ लोगों की एक साथ मौत होने से परिजनों में कोहराम मच गया। मृतकों के घर से निकल रहे हृदय विदारक चीत्कार से लोगों का कलेजा मुंह को आ जा रहा था। कहीं मृतकों के बच्चे बिलख रहे हैं तो कहीं उनकी पत्नियां अपने पति के खोने से परिवार की चिंता में डूबी हुई थीं। बुधवार की सुबह आठ बजे पहली मौत रमेंद्र सिंह की हुई। पत्नी पूजा तथा मृतक दिव्यांग बिट्टू की माता उर्मिला की चीख से माहौल गमगीन हो गया। वहीं लोग पुलिस प्रशासन के प्रति आक्रोश भी व्यक्त कर रहे थे।
सीवान में इन लोगों की मौत हुई
1. रमेंद्र सिंह, कौड़िया वैश्य टोली
2. बिट्टू सिंह, कौड़िया वैश्य टोली
3. लगन मुसहर, कौड़िया वैश्य टोली
4. प्रदीप कुमार मांझी, कौड़िया
5. रामू राय, माघर
6. सोनू कुमार, लकड़ी नबीगंज
7. दीपक सोनी, लकड़ी नबीगंज
8. रंजू देवी, खैरवां
9. मोहन साह, माघर
इसके अलावा दो अन्य अज्ञात
चचेरे भाइयों को पीला दी शराब
वहीं अगर सारण जिले की बात करें तो छपरा में ग्रामीणों के मुताबिक मशरक के ब्राहिमपुर चकपान गांव के रहने वाले इस्लामुद्दीन सीवान जिले के भगवानपुर बाजार से मिलावटी शराब लेकर दो दिनों पहले घर पर आया था। स्वयं शराब पीने के बाद अपने दोनों चचेरे भाइयों को भी उन्होंने मिलावटी शराब पिला दी। इस्लामुद्दीन की मौत हो गई है जबकि दोनों चचेरे भाई शमशाद अंसारी व मुमताज अंसारी की आंख की रोशनी धुंधली हो गई है।
सारण : इनकी गई जान
1. इस्लामुद्दीन अंसारी, ब्राहिमपुर
2. शमशाद अंसारी, ब्राहिमपुर
3. कमलेश राम, गंडामन
4. गुल मोहम्मद, सुंदर गांव