हत्या कर भूसे में छिपाया मासूम का शव, 3 दिन से लापता बच्चे के मर्डर से भड़के ग्रामीण, छावनी में तब्दील गांव
रोहतास जिल के करगहर थाना इलाके से 3 दिनों से गायब बच्चें का शव गांव में ही भूसे के ढेर में मिला। अपराधी बच्चेे को अगवा कर ले जाना चाहते थे। लेकिन ग्रामीणों के रतजगा के चलते प्लान में कामयाब नहीं हो पाए, जिसके चलते बच्चे की हत्या कर दी।
रोहतास जिले के करगहर थाना क्षेत्र के बभनी गांव से तीन दिनों से लापता सात वर्षीय बच्चे का शव उसके घर के पास भूसे के ढ़ेर से बरामद किया गया। बुधवार को मासूम बच्चे की जघन्य हत्या की खबर आग की तरह पूरे क्षेत्र में फैल गई। घटनास्थल पर काफी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई। सूचना मिलते ही पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। एसपी, डीएसपी और जिला की स्पेशल जांच टीम मौके पर पहुंच विभिन्न पहलुओं पर जांच शुरू कर दी।
घटना के संबंध में मृतक हिमांशु के चाचा मनोज कुमार सिंह ने बताया कि उनके बड़े भाई सुधीर कुमार सिंह का सात वर्षीय पुत्र हिमांशु कुमार बीती 26 जनवरी को स्कूल में झंडोत्तोलन के बाद घर आया और मां से अंगूर खाने की जिद करने लगा। जब वो पैसा लेकर बाजार में अंगूर खरीदने गया, तब से वह घर वापस नहीं आया। दो घंटे बाद हम सभी उसे गांव में ढूंढने लगे, लेकिन शाम तक उसका कोई सुराग नहीं मिला। देर शाम हिमांशु के लापता होने की एफआईआर दर्ज कराई गई। उन्होंने बताया कि बच्चों के खोजबीन में ग्रामीण इस उम्मीद से गांव के बधार में रतजगा कर रखवाली करते रहे कि शायद घर में छुपाकर रखे गए बच्चे को अपराधी ठिकाने तक ले जाने का प्रयास करें।
ग्रामीणों की आशंका सही साबित हुई, अपराधी जब अपहृत बच्चे को ठिकाने पर नहीं पहुंचा सके तो उन्होंने बच्चे की जघन्य हत्या कर भूसे के ढेर में छिपा दिया। सुबह बभनी निवासी सुनील सिंह के छत के ऊपर भूसा के कमरे से निकल रही दुर्गंध से परेशान पड़ोसियों ने परिजनों को जानकारी दी। लापता बच्चे की तलाश में ग्रामीण पहुंचे तो बच्चा का शव देख अचंभित हो गए। जिसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी गई। इसके बाद पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया।
स्पेशल पुलिस में शामिल डॉग स्क्वायड की टीम ने जांच शुरू कर दी है। डॉग पास के एक अन्य भूसा घर में पहुंचा। इसके बाद वो तेजी से गांव के पास झाड़ियां में खोजबीन करने लगा। जहां पुलिस को एक गड्ढा मिला, शायद अपराधी बच्चा को दफन करने की मंशा से गड्ढे की खुदाई की हो। लेकिन ग्रामीणों की वजह से अपराधियों को शव दफन करने का मौका नहीं मिल सका। गढ्ढे के आसपास घूमने के साथ ही झाड़ियां में कुछ दूरी पर एक पैर की चप्पल बरामद की गई। फिर कुत्ता गांव की ओर दौड़ने लगा। जहां छुपा कर रखे गए बच्चे के शवस्थल पर पहुंचा।
जहां से मृतक बच्चा का एक पैर का जूता बरामद हुआ। जिसे सुंघते ही वो भूसा के घर में घुस गया। जहां अपराधियों ने लाल कंबल में लपेट कर शव को भूसे के ढेर में छुपा कर रखा था। जांच टीम ने बारीकी से हर बिंदुओं का निरीक्षण किया गया। जिसके बाद शव को बाहर निकाल तत्काल पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सासाराम भेज दिया। इस संबंध में एसपी रौशन कुमार ने बताया कि 26 जनवरी को सात वर्षीय बच्चा के लापता होने की सूचना पर पुलिस तलाश में जुटी थी। बच्चे की नृशंस हत्या का साक्ष्य प्राप्त हो चुका है। जिसकी जांच की जा रही है। जांच प्रभावित होने की स्थिति में खुलासा नहीं किया जा सकता है। बताया कि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है।