श्रद्धा के साथ हुई माता अहिल्या की पूजा
कमतौल के ऐतिहासिक अहिल्यास्थान में शनिवार को ग्रामवासियों ने सुख, समृद्धि और शांति की कामना के साथ वैदिक रीति-रिवाज से माता अहिल्या की पूजा-अर्चना की। भक्तिमय माहौल में माता की आरती और प्रसाद वितरण...
कमतौल। क्षेत्र के ऐतिहासिक, पौराणिक व धार्मिक अहिल्यास्थान में शनिवार को ग्रामवासियों की ओर से सुख, समृद्धि व शांति की कामना के साथ प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी परम्परागत वैदिक रीति-रिवाज से माता अहिल्या की पूजा-अर्चना धूमधाम से की गयी। वैदिक मंत्रोच्चार से आसपास का क्षेत्र भक्तिमय बना रहा। माता की आरती में भारी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। इस अवसर पर अहिल्या गहबर में माता को देसी घी के बने लड्डू व गाय के दूध से बनी खीर का भोग लगाकर प्रसाद का वितरण किया गया। इस दौरान मौके पर ब्राह्मणों, साधुओं एवं कन्यायों को खीर का भोजन कराकर श्रद्धालुओं ने उनका आशीर्वचन भी प्राप्त किया। अहिल्या पूजन के यजमान बने ब्रह्मानंद ठाकुर ने बताया कि यह पूजा पर्व मिथिला संस्कृति की धरोहर है। इस पूजा से क्षेत्र में खुशहाली आती है। यह पूजा प्रत्येक वर्ष सावन में नागपंचमी के बाद प्रथम शनिवार या मंगलवार को (श्रावणी पूर्णिमा से पूर्व) होती है।
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