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कमला नदी की उफान से टापू बने दस गांव

घनश्यामपुर में कमला बलान नदी के उफान से 10 गांव टापू बन गए हैं। बाढ़ का पानी तेजी से फैल रहा है, जिससे लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। सड़कों का संपर्क टूट गया है और फसलों को भारी नुकसान...

Newswrap हिन्दुस्तान, दरभंगाSun, 29 Sep 2024 01:15 AM
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घनश्यामपुर। कमला बलान नदी में आई उफान से घनश्यामपुर प्रखंड के 10 गांव टापू में तब्दील हो गये हैं। इन गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है तथा बहुत तेजी से गांव में फैलने लगा है। इससे इन गांवों में अफरातफरी मची है। लोग बाल-बच्चे, माल-मवेशी व रशद-पानी के साथ ऊंचे स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र में हो रही मूसलाधार बारिश से नदी उफान पर है। बाढ़ का पानी और अधिक बढ़ने की आशंका से लोग समय रहते सुरक्षित ठिकानों की तलाश कर रहे हैं। नदी के दोनों तटबंधों के बीच बसे बाऊर, नवटोलिया, बैजनाथपुर, कनकी मुसहरी, भरसाहा, कैथाही, रसियारी पुनर्वास टोला, लगमा मुसहरी, जमरी डीह टोल आदि का सड़क संपर्क प्रखंड तथा जिला मुख्यालय से भंग हो गया है। इन गांवों की अधिकतर सड़कें पानी में डूबी हुई हैं। बाऊर-घनश्यामपुर प्रधानमंत्री ग्राम्य सड़क पर तीन से चार फीट तक पानी बह रहा है। पशु चारा, पेयजल, खाद्यान्न, ईंधन आदि की समस्या उत्पन्न हो गई है। बाढ़ से प्रखंड की लगभग 10 हजार की आबादी प्रभावित हो गई है। कमला बलान नदी झंझारपुर में लाल निशान से लगभग 1.5 मीटर ऊपर बह रही है। मध्य विद्यालय बाऊर कन्या, मध्य विद्यालय नवटोलिया, मध्य विद्यालय रसियारी, प्राथमिक विद्यालय कनकी मुसहरी आदि में बाढ़ के पानी का भराव हो गया है जिससे स्कूली बच्चों का पठन-पाठन तथा मिड डे मील योजना ठप हो गयी है। रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए लोग नाव से आवाजाही कर रहे हैं। खेत-खलिहान आदि डूबने से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। धान, मरुआ, मक्का, केला, मौसमी सब्जियों आदि की खेती चौपट हो गई है। तटबंध पर पानी के दबाव के मद्देनजर तटबंध की निगरानी बढ़ा दी है। दबाब के बिंदुओं तथा कमजोर स्थलों की मरम्मत की जा रही है। विभागीय अधिकारी बांध पर कैंप कर रहे हैं । लगातार हो रही वर्षा से बाढ़ पीड़ितों की परेशानी बढ़ गई है। बाढ़ प्रमंडल झंझारपुर टू के जेई अश्विनी कुमार ठाकुर ने बांध को पूरी तरह सुरक्षित बताते हुए स्थिति को नियंत्रण में बताया है। इस बीच आरओ नीलोफर मलिका ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर 11 नावों के चलाने की जानकारी दी।

जिला नियंत्रण कक्ष का नंबर किया गया जारी

जिले में बाढ़ की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने कहा है कि किसी भी आपदा की स्थिति में जिला नियंत्रण कक्ष के फोन नंबर 245055 या आपदा प्रबंधन के हेल्पलाइन नंबर 2294204 व टोल फ्री नंबर 1070 पर तत्काल संपर्क किया जा सकता है। डीएम राजीव रौशन ने कहा है कि जिलेवासी भी सावधानी बरतें। अनावश्यक नदी के किनारे अपने बच्चों को जाने नहीं दें। नदी में स्नान करने से मना करें। जलजमाव वाले क्षेत्रों से दूर रहें। डीएम राजीव रौशन ने कहा है कि जिला प्रशासन की ओर से जिले के संभावित बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के आसपास माइकिंग से लोगों को सचेत किया जा रहा है। एसडीआरएफ की टीम लगातार सजग है। एडीएम आपदा सलीम अख्तर व अन्य वरीय अधिकारी क्षेत्र में पहुंचकर स्थानीय अधिकारियों से स्थिति की जायजा ले रहे हैं।

बाढ़ को लेकर सभी अधिकारी सजग हैं। नदियों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। बांधों पर लगातार चौकसी की जा रही है। अभी सभी स्थलों पर स्थिति सामान्य है।

- राजीव रौशन, डीएम

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