फर्जी दारोगा कर रहा था वाहनों की जांच, असली को भनक नहीं
दरभंगा के सुंदरपुर बेला गुमती के पास एक फर्जी दारोगा ने पुलिस की वर्दी पहनकर वाहनों की जांच की। उसने व्यवसायी के रिश्तेदार से बुलेट बाइक और मोबाइल ठगकर फरार हो गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी...
दरभंगा। विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के सुंदरपुर बेला गुमती के पास गुरुवार की दोपहर बाद एक फर्जी दारोगा बड़े आराम से वाहनों की जांच कर रहा था। उसने पुलिस की वर्दी भी पहन रखी थी। वर्दी पर डबल स्टार लगा था। कमर में पिस्टल तथा नेम प्लेट पर विनय पासवान लिखा हुआ था। वह वहां काफी देर तक वाहनों की जांच करता रहा, पर असली पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी जबकि वहां ट्रैफिक पुलिस की भी तैनाती रहती है। मामले का पता तब चला जब फर्जी दारोगा एक व्यवसायी के रिश्तेदार से बुलेट बाइक व मोबाइल ठगकर भाग निकला। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। सदर एसडीपीओ अमित कुमार, थानाध्यक्ष सुधीर कुमार व टेक्निकल सेल की टीम मामले की छानबीन में जुट गयी है। बताया जाता है कि सदर थाना क्षेत्र के रानीपुर गांव के पेट्रोल पंप एवं बुलेट एजेंसी के संचालक भोला यादव के भांजे केशव यादव व मैनेजर अमर यादव बुलेट पर सवार होकर बेला से दिल्ली मोड़ की ओर जा रहे थे। सुंदरपुर बेला गुमती के पास पुलिस की वर्दी में एक युवक ने उन दोनों की गाड़ी रोक कागजात दिखाने को कहा। उन लोगों ने इंश्योरेंस का पेपर दिखाया। फिर आरसी की मांग की गई। अमर यादव आरसी लाने वहां से घर गया। इसी बीच फर्जी दारोगा ने केशव को विश्वविद्यालय थाना चलने को कहा। फर्जी दारोगा ने केशव को उसकी की बुलेट पर बिठाकर विश्वविद्यालय थाना के निकट शहरी स्वास्थ्य केंद्र में लाया। वहां फर्जी दारोगा दवा लेने की बात कह उसे स्वास्थ्य केंद्र के अंदर ले गया। वहां उसने केशव को बिठाकर कहा कि सिपाही लेकर आता हूं, तब उसके साथ तुम्हें थाना ले चलूंगा। इसके बाद फर्जी दारोगा केशव की बुलेट व मोबाइल लेकर वहां से फरार हो गया। कुछ समय बीतने के बाद केशव को ठगे जाने का एहसास हुआ। उसने किसी युवक का मोबाइल लेकर घटना की जानकारी अपने परिजनों को दी। सभी लोगों ने वहां से विश्वविद्यालय थाना पहुंचकर पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस छानबीन में जुट गई। स्वास्थ्य केंद्र में लगे सीसीटीवी फुटेज में केशव के साथ पुलिस की वर्दी में एक युवक को अंदर घुसते देखा गया है। हालांकि वर्दी पहने युवक के हेलमेट पहने रहने से चेहरा स्पष्ट नहीं दिखा। एसडीपीओ अमित कुमार टेक्निकल सेल की टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने केशव से घटना की जानकारी ली। सदर एसडीपीओ ने कहा कि डबल स्टार लगे पुलिस कर्मी के वेष में एक युवक वाहनों की जांच कर रहा था। वर्दी के नेम प्लेट पर विनय पासवान लिखा था। पुलिस विभाग में विनय पासवान नाम का कोई व्यक्ति नहीं है। फर्जी पुलिस कर्मी बनकर उसने एक व्यक्ति की बुलेट ठग ली। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
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