लिपिक और डाटा ऑपरेटर को किया गिरफ्तार
लहेरियासराय में एक केस के अनुसंधानक को जख्म प्रतिवेदन समय पर न देने के लिए डीएमसीएच के लिपिक अमर कुमार प्रसाद और डाटा ऑपरेटर को गिरफ्तार किया गया। कोर्ट के निर्देश पर वारंट जारी हुआ। जख्म प्रतिवेदन के...
लहेरियासराय। डीएमसीएच के लिपिक व डाटा ऑपरेटर को एक केस के अनुसंधानक को जख्म प्रतिवेदन समय पर नहीं देना महंगा पड़ गया। कोर्ट के निर्देश पर लिपिक अमर कुमार प्रसाद व डाटा ऑपरेटर के विरुद्ध वारंट जारी किया गया था। इस मामले लहेरियासराय पुलिस ने दोनों को बुधवार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। वहां न्यायाधीश के निर्देश पर करीब तीन घंटे तक दोनों को इजलास में खड़ा किया गया। इसके बाद डीएमसीएच के डॉ. राजेश कुमार ने जख्म प्रतिदिन उपलब्ध करा दिया। बताया जाता है कि एडीजे तृतीय एसके दिवाकर ने अनुसंधानक साजिद हुसैन को पीड़ित का जख्म प्रतिवेदन कोर्ट को उपलब्ध कराने को कहा था। अनुसंधानक द्वारा दो महीने में कई बार पत्र लिखने के वावजूद डीएमसीएच ने उन्हें जख्म प्रतिवेदन नहीं दिया। इस बात की जानकारी अनुसंधानक ने कोर्ट में दी। इसके बाद कोर्ट ने लिपिक व डाटा ऑपरेटर के खिलाफ वारंट जारी कर दिया। लहेरियासराय थानाध्यक्ष दीपक कुमार ने कहा कि जख्म प्रतिवेदन नहीं मिलने कारण केस को आगे बढ़ाने काफी परेशानी होती है। कई बार तो 307 जैसी धारा के मामले में भी जख्म प्रतिवेदन नहीं मिलने से काफी परेशानी होती है। कोर्ट के आदेश पर डीएमसीएच के दो कर्मियों को गुरुवार को कोर्ट के सामने उपस्थापन किया गया। उसके बाद संबंधित केस में डीएमसीएच के कर्मियों ने तुरंत जख्म प्रतिवेदन दे दिया।
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