महात्मा गांधी के अफ्रीका प्रवास से लेकर स्वतंत्रता आंदोलन तक, छह मंजिला बापू टावर में क्या-क्या है खास
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां बापू के जीवन से जुड़ी ऐतिहासिक घटनाएं, गांधी जी के विचार, स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका, बिहार से उनके लगाव तथा बापू के आदर्शों को बेहतर ढंग से रेखांकित कर प्रदर्शित किया गया है। ताकि, आमजन यहां आकर उसे देख और समझ सकें। इस परिसर को हरा-भरा और व्यवस्थित बनाया गया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बापू टावर बहुत ही भव्य बना है। यह लोगों के लिये दर्शनीय होगा। टावर में आकर बापू की जीवनी, उनके विचारों और उनके आदर्शों को जानने का मौका मिलेगा। खासकर नई पीढ़ी गांधी को जान सकेगी। मुख्यमंत्री ने गांधी जयंती के मौके पर बुधवार को गर्दनीबाग में नवनिर्मित बापू टावर का लोकार्पण किया। उन्होंने बापू टावर के प्रदर्शों का अवलोकन भी किया। इस दौरान उन्होंने यहां की सुविधाएं और अन्य संरचनाओं की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां बापू के जीवन से जुड़ी ऐतिहासिक घटनाएं, गांधी जी के विचार, स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका, बिहार से उनके लगाव तथा बापू के आदर्शों को बेहतर ढंग से रेखांकित कर प्रदर्शित किया गया है। ताकि, आमजन यहां आकर उसे देख और समझ सकें। इस परिसर को हरा-भरा और व्यवस्थित बनाया गया है। मुख्यमंत्री ने बापू टावर के भूतल तल पर ही बनाये गये ओरिएंटेशन हॉल में टर्न टेबल थियेटर शो (रोटेटिंग पर्दे) का भी जायजा लिया। ओरिएंटेशन हॉल में बैठकर बापू की जीवनी, उनके आदर्शों एवं कार्यों तथा बिहार की गौरव गाथा पर आधारित फिल्म देखी। इसके तीसरे और पांचवें तल पर जाकर विभिन्न दीर्घाओं में प्रदर्शों का अवलोकन भी किया।
बापू टावर के विभिन्न तलों और निर्मित पांच रैम्पों के निरीक्षण के दौरान भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने मुख्यमंत्री को गांधी के जीवन से संबंधित सभी जानकारियां, म्यूरल, कटआउट, स्क्रीन प्रोजेक्टर आदि के माध्यम से प्रदर्शों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान प्रेक्षागृह, प्रतीक्षा कक्ष, लाउंज, बापू के आदर्शों को आमजन में स्थापित करने के लिए कार्यों के प्रदर्शन के लिये दीर्घा, अनुसंधान केंद्र, आगंतुक सुविधाएं और अन्य संरचानाओं की जानकारी ली। इसके बाद बापू टावर के कॉन्फ्रेंस हॉल में मुख्यमंत्री ने 'बापू टावर' बेवसाइट का लोकार्पण किया। इसके माध्यम से टावर के बारे में विस्तृत जानकारी मिल सकेगी।
मुख्यमंत्री ने 'बापू टावर के लोकार्पण' से संबंधित प्रति का भी विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने इसके निर्माण कार्य से जुड़े अभियंताओं एवं तकनीकी विशेषज्ञों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। अहमदाबाद से आये विजय चारू एवं उनके सहयोगी ने बापू के प्रिय गीत 'वैष्णव जन तो तेने कहिये जो पीड़ पराई जाने रे' भजन की प्रस्तुति दी। मुख्यमंत्री ने बापू टावर परिसर में पौधरोपण भी किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, मंत्री विजय कुमार चौधरी, अशोक चौधरी, जयंत राज, लेशी सिंह, बिहार संग्रहालय के महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार आदि उपस्थित थे।
चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह में सीएम ने की थी घोषणा
मालूम हो कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर 10 अप्रैल 2017 से 20 अप्रैल 2018 तक चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह आयोजित किया गया था। इस अवसर पर पटना के ज्ञान भवन में 10 एवं 11 अप्रैल 2017 को आयोजित राष्ट्रीय विमर्श कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बापू टावर के निर्माण की घोषणा की थी। सात एकड़ भूमि पर बापू टावर भवन के लिए 84.49 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति वर्ष 2018 में दी गयी थी। मुख्यमंत्री ने बापू की 150वीं जयंती पर दो अक्टूबर 2018 को बापू टावर भवन का शिलान्यास किया था।
लंदन-अफ्रीका प्रवास व भारत आगमन की कहानी
यह भवन छह मंजिला बना है, जिसके दो भाग हैं। एक आयताकार और शंकुकार भवन। आयताकार भवन में तीन प्रदर्श गैलरी, प्रेक्षागृह, अस्थायी प्रदर्शनी दीर्घा, कार्यालय कक्ष, प्रतीक्षालय, म्यूजियम शॉप एवं जलपान गृह है। आयताकार भवन के प्रथम गैलरी में गांधी के आरंभिक जीवन से लंदन एवं दक्षिण अफ्रीका प्रवास तथा भारत आगमन की कहानी वर्णित है। द्वितीय गैलरी में गांधी के रचनात्मक कार्यक्रम एवं स्वतंत्रता आंदोलन में उनके द्वारा निभाये गये नेतृत्व की गाथा है। तृतीय गैलरी में मुख्यमंत्री द्वारा दिनांक 10 अप्रैल 2017 को प्रारंभ हुए चंपारण शताब्दी समारोह के दौरान आयोजित कार्यक्रमों की जानकारी है।