क्लास, एग्जाम, रिजल्ट से लेकर सबकुछ ऑनलाइन, बिहार के विश्वविद्यालयों में ऐसे बदल रहा वर्क कल्चर
शिक्षकों और छात्रों का पूरा ब्योरा पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। नोडल ने बताया कि समर्थ पोर्टल एक तरह से ई-गवर्नेंस की तरह है। बीआरएबीयू में अभी परीक्षा, नामांकन और शिक्षकों का वेतन ऑनलाइन हुआ है। इस पोर्टल के आने के बाद सभी चीजें ऑनलाइन हो जाएंगी।
बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर बिहार यूनिवर्सिटी समेत सभी विश्वविद्यालयों में कक्षा की रूटीन से लेकर छात्रों की उपस्थिति तक ऑनलाइन होगी। विश्वविद्यालय में जल्द ही समर्थ पोर्टल से कामकाज होंगे, इसके लिए राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में नोडल और टीम बनाई गई है। बीआरएबीयू में प्रो. रामकुमार को समर्थ पोर्टल का नोडल बनाया गया है। पोर्टल पर यह अपलोड किया जाएगा कि कक्षा में किस दिन कितने छात्र आए व कितने छात्र कक्षा में पढ़ते हैं। समर्थ पोर्टल के नोडल प्रो. रामकुमार ने बताया कि पोर्टल विवि को ऑनलाइन करने की प्रक्रिया है। इसमें पूरा विवि पूरी तरह से ऑनलाइन हो जाएगा। इसके तहत शिक्षकों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
समर्थ पोर्टल में हैं 40 मॉड्यूल
पोर्टल के नोडल प्रो. रामकुमार ने बताया कि समर्थ पोर्टल में 40 मॉड्यूल हैं, लेकिन शुरुआती दौर में कुछ ही मॉड्यूल विवि में शुरू किए जाएंगे। शिक्षकों और छात्रों का पूरा ब्योरा पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। नोडल ने बताया कि समर्थ पोर्टल एक तरह से ई-गवर्नेंस की तरह है। बीआरएबीयू में अभी परीक्षा, नामांकन और शिक्षकों का वेतन ऑनलाइन हुआ है। इस पोर्टल के आने के बाद सभी चीजें ऑनलाइन हो जाएंगी।
छात्रों को मिलेगा यूजर आईडी
समर्थ पोर्टल के लागू होने के बाद छात्रों को भी एक यूजर आईडी दिया जाएगा। इस यूजर आईडी से वह अपने आवेदन को देख सकेंगे। अगर छात्र ने आरटीआई लगाई है और आवेदन पर क्या कार्रवाई हुई, यह भी वह ऑनलाइन देख सकेंगे। इसके अलावा कौन सी फाइल कहां है, यह भी कोई भी कर्मचारी ऑनलाइन देख सकेंगे। शिक्षक अपनी छुट्टी का आवेदन भी ऑनलाइन ही भरेंगे। शिक्षकों के पास कितनी छुट्टियां बची हैं यह भी ऑनलाइन देखा जा सकेगा। इस नई व्यवस्था से राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के छात्र छात्राओं से लेकर सभी शिक्षकों और कर्मियों को काफी सुविधा होगी। अपने घर पर बैठे बैठे सभी प्रकार की जानकारी ले सकेंगे।