छठ महापर्व: तैयारी में जुटा जल संसाधन विभाग, इंजीनियरों को मिला यह जिम्मा, छह ठेकेदारों पर गाज
अभिंयताओं को पहली नवंबर तक रिपोर्ट देनी है। उसके बाद तय किया जाएगा कि गंगा के किनारे कितने घाट खतरनाक घोषित किए जाएंगे। इधर जिला प्रशासन की ओर से भी 21 सेक्टर मजिस्ट्रेट को घाटों की स्थिति को लेकर रिपोर्ट देने को कहा गया है, जिसमें घाटों पर जलस्तर की स्थिति बताना है।
CHHATH PuJa 2024: बिहार में छठ महापर्व धूमधाम और उल्लास के साथ मनाया जाता है। जल संसाधन विभाग के चार कार्यपालक अभियंताओं के नेतृत्व में गठित टीम गंगा नदी के घाटों की स्थिति की रिपोर्ट देगी। उसके बाद ही खतरनाक घाटों की सूची जारी की जाएगी। आने वाले दिनों में नदी का जलस्तर, दलदल होने की स्थिति और कहां धसान होने की आशंका है। इस विषय पर रिपोर्ट देगी। इस बीच लापरवाही के आरोप में छह ठेकेदारों के खिलाफ एक्शन लिया गया है।
विभाग के इंजीनियर की टीम गंगा के 108 घाटों का 24 अक्टूबर से जायजा लेगी। विभाग के बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण अंचल के अधीक्षक अभियंता की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि कार्यपालक अभियंता विद्याशंकर वर्मा के नेतृत्व में टीम नासरीगंज घाट से बुद्ध घाट तक, कार्यपालक अभियंता शिशिर कुमार के नेतृत्व वाली टीम केशव राय घाट से पत्थरी घाट तक, कार्यपालक अभियंता अभिनव आनंद के नेतृत्व वाली टीम नया मंदिर घाट से मिरचाई घाट तक, कार्यपालक अभियंता ओमप्रकाश कुमार के नेतृत्व वाली टीम मानिकचंद तालाब घाट से बांसघाट तालाब तक निरीक्षण कर रिपोर्ट देगी।
अभिंयताओं को पहली नवंबर तक रिपोर्ट देनी है। उसके बाद तय किया जाएगा कि गंगा के किनारे कितने घाट खतरनाक घोषित किए जाएंगे। इधर जिला प्रशासन की ओर से भी 21 सेक्टर मजिस्ट्रेट को घाटों की स्थिति को लेकर रिपोर्ट देने को कहा गया है, जिसमें घाटों पर जलस्तर की स्थिति, संपर्क पथ, घाटों की वर्तमान स्थिति क्या है इस पर रिपोर्ट देनी है। दोनों टीम की रिपोर्ट आने के बाद घाटों को लेकर जिला प्रशासन प्रबंधन करेगा। कई सेक्टर मजिस्ट्रेट ने को छठ कोषांग को रिपोर्ट दे दी है। रिपोर्ट का अध्ययन किया जा रहा है। उसके बाद छठ कोषांग की ओर से आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
लापरवाही पर छह ठेकेदारों पर कार्रवाई
छठ पूजा की तैयारी को लेकर बड़हरवा घाट पर पदाधिकारियों के संग शनिवार को नगर आयुक्त अनिमेष पराशर ने समीक्षा बैठक की। घाटों को तैयार करने में लापरवाही बरतने वाले छह ठेकेदारों पर कार्रवाई की गई है। सभी से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
नगर आयुक्त की ओर से कार्यपालक पदाधिकारी एवं अभियंताओं से गंगा घाटों की वस्तु स्थिति, संवेदकों की चुनौतियों, जवाबदेही एवं ससमय तैयारी की रूपरेखा पर संवेदकों से रिपोर्ट मांगी गई। रिपोर्ट में छह ठेकेदार की लापरवाही सामने आयी। आयुक्त ने कार्यपालक पदाधिकारियों से कहा कि घाटों का निरीक्षण कर प्रतिदिन रिपोर्ट उपलब्ध करवाएं। सैंड बैग घाट के अनुसार उपलब्ध करवाया जाएगा। इसकी संख्या भी संवेदक बताएंगे। लाइट की प्रतिदिन निगरानी, तार की जांच सुनिश्चित करने, एप्रोच रोड का निर्माण ससमय पूर्ण करने, कपड़े से मार्किंग, लाइट की व्यवस्था, सेल्फी प्वाइंट बनाने को कहा गया।
इनसे मांगा गया स्पष्टीकरण
कार्य में लापरवाही पाए जाने पर कृष्णा घाट, रानी घाट, काली घाट, बंसी घाट, रौशन घाट एवं घघा घाट के संवेदक से स्पष्टीकरण मांगा गया। इन घाटों पर पदाधिकारियों के जांच के दौरान मिट्टी की सफाई, लेबर की संख्या में कमी मिली। इसके अतिरिक्त इनमें से कई संवेदक समीक्षा बैठक में भी उपस्थित नहीं हुए। कार्य संतोषजनक नहीं होने पर 48 घंटे के अंदर निविदा रद्द कर दूसरे संवेदक को कार्य सौंपा जाएगा। इस दौरान बैठक में पाटलिपुत्र, बांकीपुर, पटना सिटी, अजीमाबाद सहित सभी घाटों के संवेदक उपस्थित रहे