मैथ व करंट अफेयर्स में उलझे परीक्षार्थी
केवल प्रवेश पत्र और पहचान पत्र के साथ मिला प्रवेश। ओएमआर शीट भरने के लिए केंद्र पर ही मिला पेन। परीक्षा के बाद परीक्षार्थियों ने प्रश्नों के स्तर को कठिन बताया। कदाचारमुक्त परीक्षा पर सभी ने राहत की...
केवल प्रवेश पत्र व पहचान पत्र के साथ मिला प्रवेश ओएमआर शीट भरने के लिए केंद्र पर ही मिला पेन फोटो 20 रविवार को सिपाही भर्ती परीक्षा के बाद सारण एकेडमी स्कूल परीक्षा केंद्र से बाहर निकलते परीक्षार्थी पेज छह पर छपरा, नगर प्रतिनिधि। केंद्रीय चयन पर्षद की सिपाही भर्ती के लिए बुधवार को हुई लिखित परीक्षा में मैथ व करंट अफेयर्स के प्रश्नों ने परीक्षार्थियों को उलझाया। परीक्षा समाप्त होने के बाद शहर के जिला स्कूल केंद्र से बाहर निकले कुछ परीक्षार्थियों ने प्रश्नों के स्तर को कठिन बताया तो कुछ ने आसान। हालांकि कदाचारमुक्त परीक्षा पर सभी अभ्यर्थियों ने राहत की सांस ली। पड़ोसी जिला गोपालगंज से आई मोनिका ने कहा कि शुरू में ऐसा लगा कि विज्ञान के सवाल उलझा सकते हैं, लेकिन समय बीतने के साथ सभी सवालों के जवाब देती चली गई। दो घंटे का पेपर डेढ़ घंटे में ही हल कर लिया था। बाहर निकलने पर कहीं से पेपर लीक जैसी बात सुनने को नहीं मिली। अब आशा है कि लिखित परीक्षा के इस चरण को पूरा कर लूंगी। वहीं, सीवान से आए संजय कुमार ने कहा कि रिजनिंग ने पूरी तरह से फंसा दिया था। जिस तरह की तैयारी करके आया था, रिजनिंग के सवाल उससे इतर थे। इस कारण थोड़ी परेशानी हुई, लेकिन गणित ने पूरा साथ दिया। पास होने की पूरी उम्मीद है। बस रिजल्ट का इंतजार है। सीवान से आई संजू ने कहा कि गणित में समय लग रहा था। कुछ प्रश्नों को छोड़ कर किसी का भी जवाब देने में समय नहीं लगा। एक घंटे में ही सारे सवाल हल कर लिए। हालांकि नियम की बाध्यता के कारण पूरे समय बैठना पड़ा। बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष कौन हैं, बिहार में साक्षरता दर , जनगणना से संबंधित प्रश्न भी पूछे गए थे। भारत बंद को देखते हुए कई परीक्षा केंद्रों पर सुबह में ही परीक्षार्थी अपने अभिभावकों के साथ पहुंच गए थे। कड़ी सुरक्षा में 10 केंद्रों पर परीक्षा सिपाही भर्ती के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन बुधवार को शांतिपूर्ण हुआ। एक पाली में दोपहर 12 से 2 बजे के बीच हुई परीक्षा के लिए जिले में 10 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। कदाचारमुक्त परीक्षा के लिए जिला प्रशासन ने चयन पर्षद द्वारा निर्धारित दिशा निर्देश के अनुसार ही परीक्षार्थियों की जांच कर उन्हें परीक्षा कक्ष में प्रवेश दिलाया। डीएम अमन समीर और एसपी कुमार आशीष आपस में समन्वय बनाकर परीक्षा की गोपनीयता बरकरार में लगे रहें। हर गतिविधि की हुई वीडियोग्राफी सुबह 9.30 बजे से ही परीक्षार्थियों को केंद्र में प्रवेश के लिए कड़ी जांच से गुजरना पड़ा। हर परीक्षार्थी का बायोमेट्रिक और प्रवेश पत्र पर अंकित विवरण का मिलान किया जा रहा था। केंद्र के अंदर मोबाइल व इलेक्ट्रॉनिक गैजेट ले जाने की अनुमति नहीं थी। सभी केंद्रों पर जैमर भी लगाया गया था। हर गतिविधि की वीडियोग्राफी भी कराई गई। सुरक्षा के लिहाज से ओएमआर सीट रंगने और अन्य विवरण भरने के लिए उनको केंद्र पर ही पेन दिया गया। परीक्षा के दौरान मोबाइल लेकर आनेवाले केंद्राधीक्षकों का फोन भी जमा करा लिया गया। परीक्षा समाप्त होने पर जंक्शन पर उमड़ी भीड़ सिपाही भर्ती परीक्षा खत्म होने के बाद अभ्यर्थियों की भीड़ स्टेशन पर उमड़ पड़ी। छपरा- बनारस और छपरा-हाजीपुर रूट की ट्रेनों पर बड़ी संख्या में परीक्षार्थी सवार हो गये। ट्रेन में चढ़ने के दौरान धक्का-मुक्की भी हुई। हालांकि, परीक्षार्थियों की भीड़ को लेकर आरपीएफ और जीआरपी पहले से सतर्क थी। अभ्यर्थियों को प्लेटफॉर्म के उल्टा साइड जाने से रोकती रही। इसे लेकर सहयोग काउंटर से घोषणा भी की जाती रही। इस दौरान महिला परीक्षार्थियों को काफी परेशानी हुई।
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