सांसद रूडी ने फिर उड़ाई सुखोई-30 एमकेआई
पेज चार की बॉटम छपरा, नगर संवाददाता। सारण सांसद व पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने भारतीय वायुसेना के अत्याधुनिक लड़ाकू विमान सुखोई-30 एमकेआई में एक बार फिर उड़ान भरी। 12 फरवरी को...
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• एयरो इंडिया 2025 एयर शो, बेंगलुरु में 22,000 फीट की ऊंचाई पर 52 मिनट तक उड़ान • विंग कमांडर परमिंदर चहल के साथ टम्बल, लूप, बैरल रोल जैसे युद्धाभ्यास छपरा, नगर संवाददाता। सारण सांसद व पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने भारतीय वायुसेना के अत्याधुनिक लड़ाकू विमान सुखोई-30 एमकेआई में एक बार फिर उड़ान भरी। 12 फरवरी को बेंगलुरु में आयोजित एयरो इंडिया 2025 एयर शो में 22,000 फीट की ऊंचाई पर 52 मिनट तक शानदार कलाबाज़ियां की। सांसद रूडी ने उड़ान के अनुभव को रोमांचक बताते हुए कहा, सुखोई-30 एमकेआई उड़ाना एक अविस्मरणीय अनुभव रहा। वाणिज्यिक पायलट के रूप में उड़ान भरने की आदत है, लेकिन इस युद्धक विमान को उड़ाना पूरी तरह से शक्ति, गति और सहनशक्ति की परीक्षा थी।" विंग कमांडर परमिंदर चहल (पैरी) के साथ उन्होंने टम्बल, लूप, बैरल रोल जैसे गुरुत्वाकर्षण को चुनौती देने वाले युद्धाभ्यास किए। उड़ान से पहले उन्होंने जी-सूट पहनकर सभी शारीरिक फिटनेस परीक्षण पूरे किए। एयर शो के दौरान रूडी ने भारतीय वायुसेना के सबसे आधुनिक और शक्तिशाली लड़ाकू विमानों एसयू-35 व सुखोई-57 का प्रदर्शन भी देखा। साथ ही, उन्होंने भारतीय वायुसेना की विख्यात एरोबैटिक प्रदर्शन टीम ‘सूर्य किरण के शानदार हवाई करतबों को करीब से देखा। रूडी ने भारतीय वायुसेना के पायलटों की कुशलता और समर्पण की सराहना करते हुए कहा, भारतीय वायुसेना की ताकत और परिश्रम को सलाम! इनके रहते हमारा देश पूरी तरह सुरक्षित हाथों में है। सांसद ने कहा कि सूर्य किरण टीम को बिहार में आमंत्रित करने की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने बताया कि यह भारतीय वायुसेना की प्रमुख एरोबैटिक टीम है, जो अपने अद्वितीय हवाई कौशल और सटीक उड़ान प्रदर्शन के लिए जानी जाती है। सूर्य किरण टीम कर्नाटक के बीदर एयरफोर्स स्टेशन पर स्थित है और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय एयर शो में कई शानदार प्रदर्शन कर चुकी है। बिहार में इसके आगमन से युवा पीढ़ी को भारतीय वायुसेना के शौर्य और तकनीकी उत्कृष्टता को करीब से देखने का अवसर मिलेगा। गौरतलब है कि रूडी एक लाइसेंसशुदा वाणिज्यिक पायलट हैं और पूर्व में भारत सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री भी रह चुके हैं। यह उनकी दूसरी सुखोई उड़ान थी, इससे पहले 2015 में भी वे सुखोई एमकेआई 30 में उड़ान भर चुके हैं। मालूम हो कि सुखोई लड़ाकू विमान 2600 किमी/घंटा की रफ़्तार से उड़ान भरने में सक्षम होते हैं। ये हवा से हवा और हवा से ज़मीन पर हमला करने की क्षमता रखते है, साथ ही ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस होने वाला पहला लड़ाकू विमान सुखोई है जिसमें हवा में ही ईंधन भरने की सुविधा है। 2015 में भी वे सुखोई एमकेआई 30 में उड़ान भर चुके हैं। इससे पहले, पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, प्रतिभा पाटिल, निर्मला सीतारमण समेत कई प्रतिष्ठित हस्तियां सुखोई में उड़ान भर चुकी हैं।
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