Hindi Newsबिहार न्यूज़छपराIncentives Distributed to Top Farmers in Saran for Environmental Contributions

मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किसानों को किया प्रोत्साहित

सारण में श्रेष्ठ किसानों को प्रोत्साहन राशि वितरित की गई। पर्यावरण मंत्री प्रेम कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किसानों को संबोधित किया और कृषि वानिकी योजना के तहत उनकी भूमिका की सराहना की।...

Newswrap हिन्दुस्तान, छपराThu, 3 Oct 2024 09:43 PM
share Share

सारण के श्रेष्ठ आधा दर्जन किसानों के बीच प्रोत्साहन राशि वितरित जिलों के किसानों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के तहत किया संबोधित फोटो 11: सारण के सर्व श्रेष्ठ किसानों को चेक देते डीएफओ रामसुंदर एम पेज चार छपरा, एक संवाददाता। सूबे के पर्यावरण वन व जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि हरित आवरण बढ़ाने में किसानों की भूमिका काफी सराहनीय रहै है। वे गुरुवार को सारण समेत सूबे के अन्य जिलों के किसानों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के तहत संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री कृषि वानिकी योजना के बारे में विस्तार से प्रकाश डालते हुए मंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत किसानों को प्रोत्साहित भी किया जा रहा है।उन्होंने उल्लेख किया कि किसानों ने पेड़ लगाकर पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के शमन में मदद की है। वहीं डीएफओ रामसुंदर एम ने सारण के आधा दर्जन से अधिक चयनित श्रेष्ठ किसानों को डेमो चेक देकर गुरुवार को प्रोत्साहित किया। इनमें सारण स्थित एकमा के किसान देवेंद्र सिंह को 14,000, आवा के सतेन्द्र राय को 19,800, महुली के रंजीत सिंह को 10,200, सरयुगपुर के पंकज सिंह को 10,260, कविरपार के शंकर भगवान सिंह को 5,800, मेथवलिया औली के मुकेश सिंह को 13,400 का डेमो चेक दिया। हालांकि यह प्रोत्साहित राशि सीधे उनके बैंक खाते में भेजी जायेगी। डीएफओ ने जिले में हरित आवरण बढ़ाने की योजना में अधिक से अधिक किसानों को भाग लेने की आवश्यकता पर बल दिया। किसानों को यह भी बताया कि उन पेड़ों से प्राप्त लकड़ी से किसानों की आय में भी वृद्धि होगी। मुख्यमंत्री कृषि वानिकी योजना के तहत 10 रुपये प्रति पौधा सुरक्षित राशि जमा करके जो किसान पौधा लगाएंगे। उनको तीन साल बाद कुल जीवित पौधों पर 70 रुपया प्रति पौधा प्रोत्साहन राशि के तौर पर लौटा दिया जाता है। सारण जिलान्तर्गत कृषि वानिकी अन्य प्रजाति योजना वर्ष 2020-21 एवं पॉप्लर प्राजाति योजना वर्ष 2019-20 के सभी लाभुकों को उनके खाते में प्रोत्साहन राशि भेजने की कार्रवाई की जा रही है। वन प्रमंडल पदाधिकारी ने बताया कि वन क्षेत्र के कर्मियों के लगातार प्रयास से जिले में कृषि वानिकी योजना में लाभार्थियों की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही है। वर्ष 2022-23 में लगभग 17000 किसानों ने योजना में पंजीकरण कराया, 2023-24 में लगभग 1,10,000 किसानों ने पंजीकरण कराया, वर्तमान वर्ष 24-25 में अब तक लगभग 1,30,000 किसानों ने योजना में पंजीकरण कराया है। विभाग को 1,70,000 तक पहुंचाने की उम्मीद है। यदि कोई किसान इस वर्ष कृषि वानिकी योजना में शामिल होना चाहते है तो विभागीय नर्सरी या वन प्रमंडल कार्यालय से संपर्क कर सकते है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें