जलस्तर वृद्धि की रफ्तार पड़ी मंद,लोगों को राहत
दरियापुर में नदियों के जलस्तर में कमी आने से बाढ़ का खतरा टल गया है। हालांकि, मही, गंडकी और सुखमयी नदियों का जलस्तर अभी भी खतरे के निशान से ऊपर है। प्रशासन सतर्क है और बांधों पर नजर रखी जा रही है। कुछ...
दरियापुर। नदियों के जलस्तर वृद्धि की रफ्तार शुक्रवार की रात से मंद पर जाने से फिलहाल बाढ़ का खतरा टल गया है। लोगों को राहत मिली है लेकिन विगत एक सप्ताह से जलस्तर में तेजी से वृद्धि होने से नदियां खतरे के निशान को पार कर गई हैं। प्रखंड की मही, गंडकी व सुखमयी नदियों के जलस्तर में मामूली वृद्धि हुई है लेकिन मही नदी के बांध पर विश्वंभरपुर से गड़खा के श्रीरामपुर तक पानी का दबाव बना हुआ है। प्रशासन की टीम, स्थानीय जन प्रतिनिधि व ग्रामीण इन स्थानों पर नजर बनाए हुए है। प्रशासन की टीम हमेशा जायजा ले रही है। कहीं-कहीं बांध के रिसने से पानी बह रहा था जिसकी मरम्मत कर दी गई है। नदी बांध काटने वालों पर प्रशासन की है निगाह माही नदी के श्रीरामपुर व सलेमपुर व सुखमई नदी के सुतीहार में शरारती तत्वों द्वारा खेत पटवन के लिए बांध को काट दिए जाने के बाद से प्रशासन ऐसे लोगों के प्रति अलर्ट है। साथ ही उनकी पड़ताल में जुट गई है। गौरतलब हो कि श्रीरामपुर के समीप बुधवार की रात व सलेमपुर व सुतिहार में गुरुवार की रात शरारती तत्वों ने बांध को काट दिया था जिससे अफरा तफरी मच गई थी। भारी मशक्कत के बाद बांध को बांधा गया। बीडीओ दीनबंधु दिवाकर ने बताया कि बांध के साथ छेड़छाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। शर्मा टोला के बाढ़ पीड़ितों को नहीं मिली राहत बेला पंचायत के शर्मा टोला के बाढ़ पीड़ितों को अभी तक प्रशासन से कोई राहत सामग्री नहीं मिली है। इससे उनकी परेशानी बढ़ती जा थी है। कुछ बाढ़ पीड़ित दूसरों के घरों में तो कुछ पेड़ के नीचे शरण लिए हुए हैं। यहां करीब आठ लोगों के घरों में मही नदी का पानी घुस गया है।
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