खेतों में पराली जलाना किसानों पर पड़ सकता है मंहगा
कटनी में किसान कटाई की तैयारी कर रहे हैं, जबकि कृषि विभाग ने खेतों में पराली जलाने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। अधिकारियों ने बताया कि हार्वेस्टर में स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम लगाकर धान की कटाई की...
कटनी की तैयारी खेत में पराली जलाने वालों पर कानून सम्मत होगी कार्रवाई कटाई के दौरान किसानों को लगाना है स्ट्रा मैनेजमेंट सिस्टम डुमरांव, निज संवाददाता। खेतों में धान पकने लगे हैं। किसान अब कटनी की तैयारी में जुट गए हैं। कहीं-कहीं कटनी शुरू भी हो गई है। समय-समय पर बारिश होने से धान की पैदावार अच्छी हुई है। कृषि विभाग के अधिकारी प्रति हेक्टेयर कितनी धान हुई है। इसका आकलन कटनी के बाद लगा पाएंगे। विभागीय अधिकारी किसानों को खेतों में पराली नहीं जलाने की सख्त हिदायत दिए हैं। अनुमंडल कृषि पदाधिकारी शेखर सुमन ने बताया कि खेतों में पराली जलाने को लेकर कृषि सलाहकारों व अन्य कर्मियों को इसकी देखरेख करने का निर्देश दिया गया है। जो किसान खेतों पराली जालाएंगे, उनपर विधि सम्मत कार्रवाई होगी। कृषि पदाधिकारी ने बताया कि हार्वेस्टर में एसएमएस सिस्टम लगाकर धान की कटाई करनी है। इस सिस्टम के माध्यम से मशीन को नीचे कर देने से धान की कटाई जड़ से होती है। सरकार की ओर से धान या गेहूं की पराली को खेत में नहीं जलाना है। अधिकारियों ने बताया कि राजकीय कृषि विकास योजना के तहत किसानों को कृषि क्षेत्र में लाभ पहुंचाया जा रहा है। रबी फसल में केवल मसूर का बीज ही किसानों में वितरित किया जा रहा है। गेहूं, चना और सरसों का बीज वितरण नहीं होने से उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ रहा है। अधिकारियों का कहना है कि मांग को भेज दिया गया है। इधर, प्रतिदिन किसानों की बात स्थानीय अधिकारियों को सुननी पड़ रही है।
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