पितृपक्ष मेला से लौट रही बस की हाईवा से टक्कर, 3 की मौत 11 घायल; कैमूर में जीटी रोड पर हादसा
जानकारी के मुताबिक यह घटना अहले सुबह पांच बजे की बताई जा रही है। बस पर सवार तीर्थ यात्री सवार थे और सभी लोग गया में आयोजित पितृपक्ष मेला में गए थे। बताया जा रहा है कि श्रद्धालु गया में अपने पितरों को पिंडदान कर लौट रहे थे। रास्ते में कैमूर के मोहनिया में यह हादसा हो गया। तीन की मौत हो गई।
बिहार में एक भीषण सड़क हादसे में तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई वहीं ग्यारह लोग घायल हो गए। घटना कैमूर जिले के मोहनिया थाना क्षेत्र के जीटी रोड पर स्थित बरहुली गांव के सामने हुई। एक बस ने गांव के पास खड़े हाईवा से टकरा गई जिसमें गया से लौट रहे श्रद्धालु सवार थे। स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को घायलों को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। यह घटना अहले सुबह पांच बजे की बताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक मोहनिया जीटी रोड पर रविवार की अहले सुबह पांच बजे तीर्थयात्रियों से भरी यात्री बस खड़े हाईवा से टकरा गई। इस हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि ग्यारह लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए। घटना की सूचना पर पहुंची एनएचएआई की टीम एंबुलेंस से सभी घायलों को लेकर अनुमंडल अस्पताल पहुंची जहां उनका इलाज चल रहा है।
सभी यात्री उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ तहसील के अलग अलग गांवो के बताए जाते हैं। घटना के संबंध में तीर्थ यात्रियों ने बताया कि वे लोग गया के फाल्गू नदी में पिंडदान करने के बाद ओडिशा स्थित जगन्नाथपुरी मन्दिर दर्शन करने गए थे। वहां दो दिन के ठहराव के बाद काशी विश्वनाथ का दर्शन करने हुए विंध्यालचल जाना था। पूरी रात चलने के बाद वे लोग एक घंटे के यूपी के प्रवेश करने वाले ही थे कि पांच बजे के आसपास अचानक से धमाके की आवाज सुनाई दी और बस में चीख पुकार मच गई। सभी यात्री एक जोर का झटका महसूस किए और जब तक कुछ समझ पाते बस लहूलुहान हो गई। बस के कंडक्टर, तीर्थ स्थल घुमाने आए मुख्य पंडा समेत एक यात्री की मौत हो चुकी थी जबकि ग्यारह लोग गम्भीर रूप से घायल थे।
मरने वालों में बाराबंकी जिले के धनौली गांव का विश्वनाथ मिश्र, हैदरगढ़ का स्वामी दीन व धनौकी का जितेंद्र तिवारी शामिल हैं। घायलों में सत्यम,वधु राजा,रामनरेश, रूपरानी,सुभाष चंद्र मिश्र,रूप कुमारी देवी, पवन कुमार,सुरेश कुमार,राजेश व कामता तिवारी शामिल हैं।
प्रशासन का दिखा मानवीय चेहरा
जीटी रोड पर सड़क हादसे में तीन तीर्थ यात्रियों की मौत की सूचना मिलते ही अनुमंडल प्रशासन मौके पर पहुंच गया। इस घटना में प्रशासन का मानवीय चेहरा उजागर हुआ। एसडीएम राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में घायल तीर्थ यात्रियों को अस्पताल पहुंचाया गया, जो तीर्थयात्री उसे बस में सुरक्षित बच गए थे, उनको पास के एक मकान में कुछ देर के लिये ठहराया गया ,उनको नाश्ता पानी करा कर एक किराए के बस से उनके घर को पहुंचाया गया।
प्रशासन की इस मानवीय पहल से तीर्थ यात्रियों को काफी राहत मिली, क्योंकि हादसे के बाद उनको लग नहीं रहा था कि वह कैसे अपने घर पहुंचेंगे, लेकिन जैसे ही प्रशासन को यह सूचना मिली वह पूरी मुस्तादी से राहत और बचाव कार्य में जुट गया।