BPSC नॉर्मलाइजेशन: खान सर पर सस्पेंस; SSP बोले- गिरफ्तार नहीं, पुलिस जिप्सी में दिखे थे
नॉर्मलाइजेशन के खिलाफ छात्रों के साथ प्रदर्शन कर रहे शिक्षक खान सर की पुलिस हिरासत में लेने की खबरों को पटना पुलिस ने अफवाह बताया है। पटना के एसएसपी ने पुष्टि करते हुए कहा कि खान सर को पुलिस ने हिरासत में नहीं लिया है।
पटना में नॉर्मलाइजेशन के खिलाफ छात्रों के साथ प्रदर्शन कर रहे कोचिंग शिक्षक खान सर की पुलिस हिरासत में लेने की खबरों को पटना पुलिस ने अफवाह बताया है। पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा ने पुष्टि करते हुए कहा कि खान सर को पुलिस ने हिरासत में नहीं लिया है। दरअसल गर्दनीबाग थाने पर शुक्रवार की शाम अचानक कोचिंग संचालक फैसल खान उर्फ खान सर पहुंचे। यह देख भारी संख्या में छात्रों की भीड़ वहां जमा हो गई। खान सर को गर्दनीबाग थाने के अंदर ले जाया गया। फिर थाने के गेट को पुलिसकर्मियों ने बंद कर दिया।
कई लोगों को लगा कि खान सर पर पुलिस ने कार्रवाई की है। हालांकि डीआईजी सह एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि खान सर को न ही हिरासत में लिया गया है न ही उनके ऊपर कार्रवाई की गई है। गर्दनीबाग थानेदार के मुताबिक बीपीएससी अभ्यर्थियों को लेकर खान सर मजिस्ट्रेट से मिलने पहुंचे थे। इसके बाद वे थाने से चले गए। हालांकि इसके बाद खान सर पुलिस की जिप्सी में जाते हुए दिखे थे।
इस दौरान खान सर ने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए, हम तब तक पीछे नहीं हटेंगे जब तक आयोग अपना रुख नहीं बदल लेता। हम अपने बच्चों के लिए लड़ने के लिए जहां भी जरूरी होगा वहां जाएंगे। इससे पहले खान सर ने कहा कि हम लोग शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं। नॉर्मलाइजेशन खत्म करा कर ही यहां से जाएंगे। जब तक नोटिफिकेशन जारी नहीं होगा तब तक छोड़ेंगे नहीं। इस दौरान उनके साथ गुरु रहमान भी मौजूद थे।
खान सर छात्रों के इस प्रदर्शन में तब शामिल हुए थे, जब गर्दनीबाद में प्रदर्शन के लिए जुटे हजारों को छात्रों को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। जिसमें कई छात्रों को चोटें आई थी। लेकिन इसके बावजूद प्रदर्शन जारी रहा। जिसके बाद खान सर और गुरु रहमान छात्रों के समर्थन में आंदोलन में शामिल हुए थे। गर्दनीबाग धरना स्थल पर बीपीएससी छात्रों का प्रदर्शन जारी है।
वहीं बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) 70वीं प्रारंभिक परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन के आधार पर रिजल्ट जारी नहीं किया जाएगा। आयोग के अध्यक्ष रवि मनुभाई परमार ने बताया कि आयोग की ओर से नॉर्मलाइजेशन के आधार पर रिजल्ट जारी किये जाने संबंधित कोई विज्ञप्ति आधिकारिक तौर पर जारी नहीं की गई है। आयोग पूर्व की तरह ही मल्टीपल क्वेशचन के आधार पर परीक्षा आयोजित करेगी। इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। अभ्यर्थियों में किसी तरह का भ्रम फैलाया गया है। 13 दिसंबर को एक पाली में परीक्षा दोपहर 12 बजे से दो बजे तक आयोजित की जाएगी।
क्या है नॉर्मलाइजेशन?
किसी परीक्षा में प्रश्नपत्र कितना कठिन है, इसके हिसाब से अंक निर्धारित करने की पद्धति को नॉर्मलाइजेशन कहा जाता है। अभ्यर्थियों की संख्या अधिक होने की स्थिति में यदि परीक्षा दो या उससे अधिक पालियों में आयोजित हो तो तो यह प्रक्रिया अपनायी जाती है। परीक्षा में मिले अंकों के आधार पर कैंडिडेट्स का प्रतिशत स्कोर निकाला जाता है। इसके लिए अभ्यर्थी को प्राप्त नंबरों के बराबर या उससे कम नंबर हासिल करने वाले सभी अभ्यर्थियों की संख्या और उस पाली की परीक्षा में शामिल हुए कुल अभ्यर्थियों की संख्या के भागफल को 100 से गुणा किया जाता है।