Hindi Newsबिहार न्यूज़बिहारशरीफIAS Kumar Anugrah Prasad Sinha Becomes Punjab s Chief Secretary Promises Support for Bihar

नालंदा निवासी 1992 बैच के आईएएस अधिकारी बने पंजाब के मुख्य सचिव

नालंदा निवासी 1992 बैच के आईएएस अधिकारी बने पंजाब के मुख्य सचिवनालंदा निवासी 1992 बैच के आईएएस अधिकारी बने पंजाब के मुख्य सचिवनालंदा निवासी 1992 बैच के आईएएस अधिकारी बने पंजाब के मुख्य सचिवनालंदा...

Newswrap हिन्दुस्तान, बिहारशरीफMon, 14 Oct 2024 09:49 PM
share Share

नालंदा निवासी 1992 बैच के आईएएस अधिकारी बने पंजाब के मुख्य सचिव हिलसा के इंदौत गांव के रहने वाले हैं कुमार अनुग्रह प्रसाद सिन्हा विदेश मंत्रालय में रहते हुए अंतरराष्ट्रीय नालंदा विवि की स्थापना में की थी काफी मदद गांव के सरकारी स्कूल से पढ़कर बने आईएएस कहा-नौकरी पंजाब में पर दिल नालंदा व बिहार वासियों के साथ, करता रहूंगा हरसंभव मदद फोटो : कुमार अनुग्रह प्रसाद सिन्हा। बिहारशरीफ, कार्यालय संवाददाता। जहां-जहां भगवान बुद्ध के चरण पड़े, उस स्थान व वहां रहने वालों का विकास आज नहीं तो कल होना तय है। यह बात भले ही पुराने ग्रंथों का हिस्सा हो गयी है, लेकिन आज भी सौ फीसदी सच साबित हो रही है। जिले के हिलसा प्रखंड के इंदौत गांव निवासी कुमार अनुग्रह प्रसाद सिन्हा 1992 बैच के पंजाब कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। उन्हें पंजाब सरकार ने मुख्य सचिव बनाया है। 10 अक्टूबर को उन्होंने पदभार ग्रहण कर लिया है। उनके मुख्य सचिव बनने से न सिर्फ हिलसा, बल्कि नालंदा जिले के लोगों में खुशी का ठिकाना नहीं है। कोलकाता में लफार्ज सीमेंट कंपनी में बतौर इंजीनियर कुमार अनुग्रह प्रसाद सिन्हा के छोटे भाई कुमार प्रवीण शंकर ने बताया कि वे तीन भाई हैं। उनके बड़े भाई कुमार अनुग्रह प्रसाद सिन्हा गांव के सरकारी स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण की। इसके बाद हिलसा के रामबाबू हाईस्कूल से वर्ष 1982 में मैट्रिक, तो एसयू कॉलेज हिलसा से 1984 में इंटर की परीक्षा पास की। इसी दौरान इंडियन स्कूल ऑफ माइंस (आईएसएम) धनबाद में उनका चयन हुआ। इंजीनियरिंग के बाद संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी करने लगे। बिना कोचिंग खुद की मेहनत की बदौलत तीसरे चांस में यूपीएससी की परीक्षा पास की। सबसे पहले जालंधर के एसडीएम बनाये गये थे। गुरुदासपुर व अम्बाला के डीएम बनाये गये थे। कुछ साल के लिए केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर विदेश मंत्रालय में रहे। इस दौरान राजगीर में स्थापित किया जा रहा अंतरराष्ट्रीय नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना में भरपूर मदद की। उनके दो पुत्र शिवम कुमार व क्षितिज कुमार, तो एक लड़की रिया कुमारी है। हरसंभव करते हैं मदद : मुख्य सचिव बनाये जाने पर कुमार अनुग्रह प्रसाद सिन्हा ने बताया कि यजह नौकरी का सुखद अनुभव है। यह पद लोगों की सेवा और मदद के लिए ही होता है। ऐसे में पंजाब में काम कर रहे बिहारी भाइयों की वे हरसंभव मदद करते रहेंगे। इतना ही नहीं, हिलसा व नालंदा के साथ ही बिहार राज्य के लोग अक्सर किसी न किसी प्रकार की सहायता के लिए याद करते रहते हैं। ऐसे में मैं उनका हरसंभव मदद करता हूं। नौकरी भले ही पंजाब में करता हूं, पर दिल बिहारवासियों के साथ काफी बेहतर तरीके से धड़कता है। उनको मदद करके अजीब सुकून का अहसास होता है। जिले के युवाओं से अपील : मुख्य सचिव कुमार अनुग्रह प्रसाद सिन्हा ने कहा-नालंदा प्राचीन काल से ही विश्व शिक्षा जगत के लिए ध्रुवतारा के रूप में पहचाना जाता है। यहां की भूमि काफी ‘उर्वर है। यहां कई बड़े कर्मवीरों ने जन्म लिया, तो कई महापुरुषों ने इसे अपनी कर्मभूमि बनायी है। आज भी इस मिट्टी में जन्म लेने वाले बड़े-बड़े ओहदों पर हैं। ऐसे में मैं जिले व सूबे के युवाओं से अपील करना चाहूंगा कि मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती है। वे बड़े सपने देखें और उनके अनुसार कर्तव्यों का बखूबी निर्वहन करें, सफलता कदम चूमेगी।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें