गौतम नर्सिंग के प्रशिक्षुओं ने जाना बोधगया का इतिहास
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गौतम नर्सिंग के प्रशिक्षुओं ने जाना बोधगया का इतिहास फोटो : गौतम : सोमवार को बोधगया के मगबोधि टेम्पल के समीप खड़े गौतम नर्सिंग के प्रशिक्षु। बिहारशरीफ। सोमवार को गौतम ग्रुप के नर्सिंग के प्रशिक्षुओं ने बोधगया का दीदार किया। प्रशिक्षुओं ने बोधगया स्थित अनेको टेम्पलो को देखा साथ ही उसके महत्व व इतिहास को जाना।गौतम इंस्टीच्यूट ऑफ नर्सिंग एंड पारामेडिक्स संस्थान के अध्यक्ष डॉ. अभिजीत कुमार गौतम ने बताया कि बोधगया गौतम बुद्ध के जीवन से जुड़े सबसे महत्वपूर्ण स्थलों में से एक है। यह वह स्थान है जहाँ लगभग 2600 वर्ष पहले राजकुमार सिद्धार्थ को बोधि वृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई थी और वे बुद्ध बन गए थे। उनके ध्यान के पहले तीन दिन और ज्ञान प्राप्ति के बाद के सात सप्ताह बोधगया के विभिन्न स्थानों से जुड़े हुए हैं। इस मौके पर प्रभारी प्राचार्य रुचिता डीला,शक्ति सिन्हा,विश्वजीत कुमार,स्टेला, सरिता कुमारी,कुंदन कुमार,संजीत कुमार,जितेंद्र कुमार सहित अन्य मौजूद थे।
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