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ई-शिक्षाकोष पोर्टल : पॉलिटेक्निक और नर्सिंग के छात्रों की भी होगी डाटा इंट्री

सरकारी और निजी पॉलिटेक्निक और नर्सिंग कॉलेजों के छात्रों की ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर डाटा इंट्री की जाएगी। इससे इंटरमीडिएट और इंटरस्तरीय डिप्लोमा कोर्स में नामांकित छात्रों की पहचान हो सकेगी। फिलहाल पहली...

Newswrap हिन्दुस्तान, बिहारशरीफMon, 19 Aug 2024 05:17 PM
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ई-शिक्षाकोष पोर्टल : पॉलिटेक्निक और नर्सिंग के छात्रों की भी होगी डाटा इंट्री फिलहाल पहली से 12वीं कक्षा तक के छात्रों की डाटा इंट्री की जा रही एक ही सत्र में इंटर व इंटरस्तरीय डिप्लोमा कोर्स में नामांकन की होगी पहचान फोटो : डीईओ : डीईओ ऑफिस। बिहारशरीफ, हिन्दुस्तान संवाददाता। सरकारी व निजी पॉलिटेक्निक व नर्सिग कॉलेजों में इंटरस्तरीय डिप्लोमा कोर्स की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों की भी ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर डाटा इंट्री कराने की रणनीति बनायी गयी है। संभवत: जल्द ही छात्रों की डाटा इंट्री का काम शुरू होगा। इन छात्रों की डाटा इंट्री होने से एक ही सत्र में इंटरमीडिएट व इंटर स्तरीय डिप्लोमा कोर्स की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों की पहचान हो सकेगी। फिलहाल सरकारी व निजी स्कूलों में पहली से 12वीं कक्षा में पढ़ रहे विद्यार्थियों की डाटा इंट्री करायी जा रही है। समग्र शिक्षा की डीपीओ कविता कुमारी ने बताया कि सरकारी स्कूलों में नामांकित 70 तो निजी स्कूलों में नामांकित 13 फीसद छात्रों का ही अबतक ई-शिक्षाकोष में डाटा इंट्री करायी जा सकी है। प्राचार्यों को बार-बार तेज गति से डाटा इंट्री कराने का आदेश दिया जा रहा है। लेकिन, जिले की उपलब्धि संतोषजनक प्राप्त नहीं हो रही है। आधार कार्ड न रहने से परेशानी : स्कूलों में नामांकित शतप्रतिशत छात्रों की डाटा इंट्री नहीं होने का सबसे मुख्य कारण बच्चों के पास आधार कार्ड नहीं रहना बताया जा रहा है। कई बच्चों को आधार मिस मैच होने की बात भी सामने आ रही है। हालांकि, जिले के 40 सरकारी हाईस्कूलों में आधार सेंटर स्थापित है। इन सेंटरों पर करीब 90 हजार से अधिक छात्रों का आधार कार्ड बनाया जा चुका है। लेकिन, आधार बनाने के लिए जन्म प्रमाण पत्र या अन्य दस्तावेज जुटाने में अभिभावकों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र बनाने में होगी सहूलियत : स्कूलों में नामांकित छात्रों का जन्म प्रमाण पत्र बनने में परेशानी होने पर अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग ने संज्ञान लिया है। अर्थ एवं सांख्यिकी निदेशालय के निदेशक हिमांशु कुमार राय ने डीएम शशांक शुभंकर, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी नवल किशोर रजक , डीईओ राजकुमार, समग्र शिक्षा डीपीओ कविता कुमारी, बीडीओ व प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारियों को पत्र भेजा है। कहा है कि विद्यालयों में नामांकित बच्चों की विवरणी आधार संख्या के साथ ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर इंट्री करायी जा रही है। विद्यालयों में नामांकित बच्चों का आधार बनाये जाने के लिए जन्म प्रमाण पत्र बनाने का आदेश जारी किया है। एचएम करेंगे सत्यापित : जन्म प्रमाणपत्र बनाने के लिए विभाग द्वारा एक फॉर्मेट विकसित किया गया है। इनमें बच्चों की विवरणी भरनी है। बच्चे के माता-पिता या उनकी अनुपस्थिति में नजदीकी रिश्तेदार (व्यस्क व्यक्ति) द्वारा स्वघोषणा-पत्र, माता-पिता/आवेदक का आधार, पहचान-पत्र व एक वर्ष के ऊपर की जन्म तिथि की स्थिति में दस रुपये विलंब शुक्ल के प्रखंड कार्यालय में आवेदन किया जाना है। आवेदन पत्र में स्कूल के एचएम भी बच्चों का स्कूल पंजी में संधारित जन्म तिथि की जांच कर रिपोर्ट करेंगे। इसके बाद आंगनबाड़ी सेविका व पंचायत सचिव द्वारा सत्यापन किया जायेगा। बीडीओ रखेंगे पैनी नजर : निदेशक ने बीडीओ को आदेश दिया है कि अपने स्तर से प्राप्त आवेदनों की शुद्धता का सत्यापन करेंगे। ग्रामीण क्षेत्र में बीडीओ व शहरी क्षेत्र में प्रखंड साख्यिकी पदाधिकारी जन्म प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराएंगे। यदि बच्चे का जन्म सरकारी अस्पताल में हुआ है तो बच्चे का जन्म प्रमाण-पत्र का पंजीकरण अस्पताल स्तर पर किया जाएगा।

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