नीट पेपर लीक के किंगपिन संजीव मुखिया पर शिकंजा, रेड के बाद आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज; छापेमारी में क्या मिला
NEET-UG Paper Leak Case: बताया जा रहा है कि इस छापेमारी के दौरान ईओयू ने कई प्रॉपर्टी में निवेश के कागजात जब्त किए हैं। इसके अलावा इंश्योरेंस पॉलिसी, रियल एस्टेट के कारोबार में निवेश के कागजात समेत कुछ अन्य अहम दस्तावेज जब्त किए हैं।
NEET-UG Paper Leak Case: चर्चित नीट पेपर लीक मामले में संजीव मुखिया पर शिकंजा और कस गया है। अब बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध यूनिट ने NEET-UG Paper Leak Case के किंगपिन कहे जाने वाले संजीव मुखिया के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज कर लिया है। इसी साल 5 मई को यह पेपर लीक केस सामने आया था। इस पेपर लीक केस में आरोपी के खिलाफ Economic Offence Unit (EoU) की यह पहली बड़ी कार्रवाई है। इस मामले की जानकारी रखने वाले अधिकारी ने बताया कि DSP सुनील कुमार के नेतृत्व में EoU की 9 सदस्यीय टीम ने मंगलवार को संजीव मुखिया के नालंदा में स्थित ठिकाने पर छापेमारी की।
इस टीम ने नगरनौसा थाना क्षेत्र में संजीव मुखिया के ठिकाने पर छापेमारी की थी। इसके अलावा नालंदा स्थित Noorsarai Horticulture College में भी टीम ने जांच की थी। यह वहीं सरकारी कॉलेज है जहां संजीव मुखिया काम करता था। वो यहां पर टेक्निकल असिस्टेंट के तौर पर कार्यरत था।
बताया जा रहा है कि इस छापेमारी के दौरान ईओयू ने कई प्रॉपर्टी में निवेश के कागजात जब्त किए हैं। इसके अलावा इंश्योरेंस पॉलिसी, रियल एस्टेट के कारोबार में निवेश के कागजात समेत कुछ अन्य अहम दस्तावेज जब्त किए हैं। आर्थिक अपराध यूनिट की टीम ने संजीव मुखिया के घर से कुछ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी जब्त किए हैं। सुबह 10 बजे यह छापेमारी शुरू की गई थी जो देर शाम तक चली।
EoU के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने कहा, 'संजीव मुखिया के खिलाफ भ्रष्टाचार की धारा 13(2)/13(1)(b) के तहत केस दर्ज किया गया है। पटना और नालंदा में चार ठिकानों पर रेड डालने के बाद ईओयू ने यह बड़ा ऐक्शन लिया है। ईओयू की टीम को 11.5 लाख रुपये कैश, आधा दर्जन वाहनों के रजिस्ट्रेशन के कागजात, जमीन खरीद के कागजात, सोना-चांदी, पासबुक, लीज से जुड़ी प्रॉपर्टी के दस्तावेज और एक दर्जन से ज्यादा मोबाइल फोन और लैपटॉप मिले हैं।'
उन्होंने कहा कि संजीव मुखिया अचल संपत्ति उसकी चल संपत्ति से करीब 144 फीसदी ज्यादा आंकी जा रही है। बता दें कि नीट प्रश्न पत्र लीक केस को सबसे पहले पटना पुलिस ने उजागर किया था। इसके बाद इस केस को आर्थिक अपराध यूनिट के पास भेजा गया था और अब सीबीआई इस केस की जांच कर रही है। जांच में यह बात सामने आई है कि संजीव और उसके सहयोगी छात्रों को लीक किए गए प्रश्न पत्रों के जवाब दिया करते थे और इसे पटना के एक निजी स्कूल में छात्रों से याद करवाया जाता था। इसके एवज में वो 40 लाख रुपये लेते थे।