Bihar AQI: बिहार के 9 शहरों की हवा हुई दमघोंटू; पटना-बक्सर का एक्यूआई 300 पार, जानें बाकी जिलों का हाल
बिहार के नौ शहरों की आबोहवा सोमवार को खराब रही। पटना और बक्सर की हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई है। इस दोनों शहरों का वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के पार चला गया है। राजगीर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 272, जबकि मुजफ्फरपुर का 256 पाया गया। अररिया 253, बिहारशरीफ 233, भागलपुर 204 है।
ठंड शुरू होने के साथ वायु प्रदूषण की स्थिति भी गंभीर होने लगी है। ऊपर से कोहरे की मार से ट्रेनों और विमानों की लेटलतीफी शुरू हो गई है। सोमवार को बिहार के नौ शहरों की आबोहवा खराब रही। पटना और बक्सर की हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई है। इस दोनों शहरों का वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के पार चला गया है। हवा में धूलकण की मात्रा अधिक होने के कारण प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ा है। पटना में सबसे अधिक प्रदूषित इलाका समनपुरा रहा। प्रदूषण नियंत्रण पर्षद की सोमवार की रिपोर्ट के अनुसार, पटना और बक्सर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 305 पहुंच गया।
बिहार का तीसरा सबसे प्रदूषित शहर राजगीर रहा। राजगीर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 272, जबकि मुजफ्फरपुर का 256 पाया गया। अररिया 253, बिहारशरीफ 233, भागलपुर 204, छपरा 228, किशनगंज 210 और सहरसा का वायु गुणवत्ता सूचकांक 246 था। यानी इन शहरों की आबोहवा खराब श्रेणी में रही। आने वाले दिनों में वायु प्रदूषण की स्थिति और भी खराब हो सकती है।
पटना में समनपुरा सबसे प्रदूषित
पटना में सबसे अधिक समनपुरा का वायु गुणवत्ता सूचकांक 354, राजवंशीनगर 333, दानापुर 327, तारामंडल का 317 तथा पटना सिटी का 193 रहा। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष डीके शुक्ला का कहना है कि वातावरण में बढ़ रही ठंड और धूलकण के मिश्रण से वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर हो रही है। पर्षद और नगर निगम प्रदूषण कम करने के लिए ठोस उपाय कर रहे हैं। कई स्थानों पर जांच टीम भी भेजी गई है, जहां से प्रदूषण अधिक होने की शिकायत मिल रही है। हाल ही में दो निर्माण एजेंसियों पर 10 लाख से अधिक का जुर्माना लगाया गया है। इधर वायु प्रदूषण अधिक होने के कारण बच्चों के सेहत पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ने की आशंका है। आईजीआईसी के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. विरेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि इससे बच्चों में सांस से संबंधित बीमारी हो सकती है। बुजुर्ग और युवाओं में एलर्जी हो सकती है। ऐसी स्थिति में बच्चों और बुजुर्गों को अधिक प्रदूषित इलाके में जाने से बचना चाहिए।
तीन चरणों में हो रहा है पानी का छिड़काव
प्रदूषण कम करने के लिए पटना नगर निगम सुबह, दोपहर और शाम में पानी का छिड़काव करा रहा है। खासकर निर्माण कार्य अधिक वाले इलाकों पर विशेष नजर है। हालांकि नगर निगम के दावे के बाद भी प्रदूषण का स्तर कम नहीं हो रहा है। जहां निर्माण चल रहे हैं वहां के लोगों का कहना है कि मानक के अनुसार कार्य नहीं कराया जा रहा है, इसीलिए हवा में धूलकण की मात्रा अधिक है। भवनों का निर्माण ढंक कर नहीं कराया जा रहा है। इससे समस्या बढ़ रही है। यह काम प्रदूषण नियंत्रण पर्षद और पटना नगर निगम को मिलकर करना है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
17 नवंबर को प्रदूषित शहरों की सूची
शहर का नाम वायु गुणवत्ता सूचकांक
हाजीपुर 366
किशनगंज 238
मुजफ्फरपुर 201
राजगीर 256
समस्तीपुर 204
शुरू हो गई ट्रेनों की लेटलतीफी
दिल्ली से आनेवाली ट्रेनों पर कोहरे की मार दिखने लगी है। ब्रह्मपुत्रा मेल एक घंटे 30 मिनट, 14004 मालदा टाउन एक्सप्रेस ट्रेन एक घंटे 28 मिनट, मगध एक्सप्रेस 40 मिनट, श्रमजीवी एक्सप्रेस 30 मिनट और महानंदा एक्सप्रेस 27 मिनट की देरी से पटना पहुंची। दूसरे शहरों में कोहरे का असर विमान सेवाओं पर भी देखा जा रहा है।