किस्मत ने उजाड़ा आशियाना पर सपने अब भी जिंदा...
पढ़-लिखकर आईएएस बनना चाहती है बाढ़ राहत शिविर की संजना राहत शिविर में वह पूरे
भागलपुर, वरीय संवाददाता। किस्मत ने आशियाना उजाड़ दिया पर सपने अब भी पंख पसारे हुए हैं। प्रशासन से दो वक्त की रोटी तो भविष्य से पढ़-लिखकर परिवार का मजबूत सहारा बनने की उम्मीद साफ-साफ आंखों से ताक रही है। ये सपने और उम्मीदें शंकरपुर पंचायत के दारापुर गांव की संजना कुमारी के हैं। संजना जिला मुख्यालय स्थित झुनझुनवाला बालिका उच्च विद्यालय में इंटर की छात्रा है। वह अगले साल इंटरमीडिएट की परीक्षा देगी। बाढ़ ने उससे और उसके पूरे परिवार से आशियान तो छीन लिया, लेकिन हिम्मत नहीं तोड़ सकी। टीएनबी कॉलेजिएट स्कूल परिसर में बाढ़ पीड़ितों के लिए बने राहत शिविर में वह पूरे परिवार समेत पिछले 15 दिनों से रह रही है। उसकी परीक्षा की तैयारी में बाढ़ की परेशानी खलल न डाल दे, इसलिए पूरा परिवार उसका साथ दे रहा है। बकौल संजना, अगले साल इंटर की परीक्षा है। अच्छे नंबरों से पास करूं, पढ़-लिखकर बड़ा अफसर बनूं यही सपना है। पूरे परिवार के बैठने-सोने के लिए एक ही चौकी है, लेकिन पढ़ने के लिए पूरा परिवार उसका साथ दे रहा है। बड़े सहज स्वभाव में उसने बताया कि पढ़-लिखकर वह आईएएस बनना चाहती है।
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