बोले सहरसा : फूल वालों के लिए अलग से बने मार्केट तो बढ़ेगा कारोबार
सहरसा में फूल व्यवसाय से जुड़े लोग जाम और स्थायी स्थान की कमी से परेशान हैं। फुटपाथ पर दुकान चलाने वाले इन विक्रेताओं का कहना है कि अगर सरकार उन्हें अलग मार्केट उपलब्ध कराएगी, तो उनका कारोबार बढ़ेगा...
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सहरसा में फूल व्यवसाय से जुड़े लोगों को दुकान चलाने के लिए अपनी जगह नहीं है। इस कारण फुटपाथ पर दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं। फूलों का मुख्य कारोबार शहर के थाना चौक से गंगजला रेलवे ढाला के बीच होता है। यहां अस्कर जाम की समस्या रहती है। ग्राहक जाम के कारण दुकानों तक आने से परहेज करते हैं। शहर के फूल व्यवसायियों ने हिन्दुस्तान के साथ अपना दर्द साझा किया।
60 से 70 लोग शहर में फूल की दुकान चला कर कर रहे अपना व परिवार का भरण-पोषण
02 हजार से अधिक लोगों की जरूरतें पूरी होती हैं फूलों के व्यवसाय से, मदद की दरकार
05 सौ से ज्यादा लोग फूल व्यवसाय से जुड़े हैं शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में, कम होती है कमाई
जिले में सैकड़ों दुकानदार फूल व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। इससे उनका घर परिवार चलता है। लेकिन फूल से जुड़े व्यवसाय को सही ढंग से चलाने के लिए पर्याप्त साधन संसाधन नहीं है। फूलवालों ने कहा- सरकार हमलोगों को दुकान लगाने के लिए यदि मार्केट का व्यवस्था करेगी तो हम लोगों का भी घर परिवार सही से चल सकेगा। अभी के समय में जहां दुकान चला रहे हैं, वहां सही से कमाई नहीं हो रही है। आए दिन जाम कि समस्या बनी रहती है। हमलोग एक एक रुपया जोड़ कर बंगाल कोलकाता सहित अन्य जगहों से फूल मंगवाते हैं लेकिन आए दिन जाम की समस्या बने रहने के कारण फूल समय पर नहीं बिकता है और वह खराब हो जाता है। इसकी भरपाई हम लोगों को अपने घर से करनी पड़ती है। हम लोग मेहनत करते हैं ताकि कुछ रुपया इससे कमा करके परिवार को सही से चला सकें, लेकिन ऐसा नहीं हो पता। अपने जिला में फूल नहीं मिल पाता है। जिस कारण अन्य प्रदेश अधिक रुपया लगाकर फूल लाने के लिए जाना पड़ता है। जिला प्रशासन के पहल से हम लोगों को एक सही जगह पर दुकान खोलने की अनुमति देते हुए मार्केट कॉम्प्लेक्स बनाए। ताकि इससे कुछ रुपया कमा सके और हमारा घर परिवार चल सके। लेकिन अभी ऐसा नहीं हो पा रहा है। कमाई कम होने के कारण बच्चे को सही से शिक्षा नही दिला पाते।
उन्होंने कहा कि हम लोग हमलोगों को स्थाई मार्केट नहीं रहने के कारण फुटपाथ पर दुकान लागकर लोगों को शादी विवाह एवं अन्य समारोह में उपयोगिता के अनुसार फूल से बनी माला या फूल मुहैया कराते हंै। और इससे हुए कमाई से अपने परिवार का भरण पोषण करतेे हैं। बाहर से फूल आते हैं। सही समय पर नहीं बिकने के कारण वह फूल खराब हो जाती है। जिस कारण व्यवसाय में आए दिन घाटा लगता है। फूल कारोबारियों की समस्या के निदान के लिए निगम व जिला प्रशासन को प्रयास करना चाहिए। फूल रखने की व्यवस्था करनी चाहिए। कोल्ड स्टोर बनाना चाहिए।
फूल व्यवसाय के लिए अलग से बनाएं मार्केट
फूल व्यवसाय से जुड़े लोगों ने कहा कि हमलोगों को व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए सरकार एवं जिला प्रशासन पहल करे। कहीं सही जगह पर एक मार्केट बना कर उसमें दुकान बनाएं जहां जिसमें हमलोग अपना फूल व्यवसाय शुरू कर सकें। अभी के समय में दुकान फुटपथ पर बनी है। जहां जाम की समस्या बनी रहती है। इससे कमाई भी नहीं हो रही है।
फूल व्यवसायी को मिले सरकारी अनुदान
फूल व्यवसाय से जुड़े लोगों ने बताया कि हम लोगों को फूल व्यवसाय में सरकारी अनुदान मिलना चाहिए। सरकार अनुदान देगी तो हम लोग अपने व्यवसाय को आगे बढ़ा सकेंगे और इससे हुई आमदनी से अपने घर परिवार को सही से चला सकेंगे उन्होंने कहा कि हम लोगों के लिए सरकार अलग योजना बनाएं और उसका लाभ हम लोगों को दिया जाए।
शिकायतें
1. शहर में घंटों जाम से बिजनेस पर असर पड़ता है।
2. स्थाई जगह नहीं रहने से परेशानी का सामना करना पड़ता है।
3. मुख्य जगह में भी सार्वजनिक शौचालय और शुद्ध पेयजल नहीं
4. फुटपाथ पर दुकान रहने के कारण अतिक्रमण के नाम पर कभी भी तोड़ दिया जाता है।
सुझाव
1. शहर में ओवर ब्रिज निर्माण हो तो जाम से मिलेगी निजात।
2. बाजार बनाने के लिए अलग जगह उपलब्ध कराई जाए ।
3. शुद्ध पेयजल एवं सार्वजनिक शौचालय की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की जाए।
4. अतिक्रमण हटाए जाने से एक महीने पहले नोटिस दिया जाना चाहिए।
सुनें हमारी बात
फूल व्यवसाय से जुड़े लोग थाना के बगल में अधिक हंै लेकिन यहां ट्रैफिक व्यवस्था ठीक नहीं है।
बबन कुमार
जिला प्रशासन को जिले में फूल की खेती को बढ़ावा देने में मदद करनी चाहिए।
संतोष
मार्केट में जाम की समस्या के कारण लोग नहीं आते। फूल समय पर नहीं बिकता है।
बादल कुमार
जिला प्रशासन को जिले में फूल की खेती को बढ़ावा देने के लिए योजनाएं लानी चाहिए।
संतोष झा
बाहर से फूल मंगवाते हैं। बिक्री नहीं होने के कारण फूल सड़ जाता है। इससे काफी नुकसान होता है।
छोटू
अतिक्रमण के नाम पर हम लोगों पर जो कार्रवाई की जाती है उस पर रोक लगाई जाए।
मो. रिजावुल मुन्ना
फूल व्यवसाय को भी आर्थिक मदद के लिएसरकार हमारे लिए भी योजना लागू करें।
धीरज सिंह
एक जगह मार्केट रहने से ग्राहक आराम से आकर फूल ले सकेंगे व हमारी कमाई होगी।
प्रशांत कुमार
शादी विवाह लग्न एवं अन्य कार्यक्रमों में ही फूल का बिक्री होती है।नहीं तो ठप हो जाता है।
धीरज कुमार
फूल दुकान लगाने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा हम लोगों को मार्केट उपलब्ध कराए।
प्रभाषकुमार
थाना चौक के पास दर्जनों दुकान है।लेकिन ना तो शुद्ध पेयजल है।और ना ही शौचालय बना हुआ है।
गौरव
सही से आमदनी नहीं होने के कारण फूल व्यवसायी को परिवार चलाना मुश्किल हो जा रहा है।
पंकज राम
ओवरब्रिज निर्माण होने के बाद शहर में जाम की समस्या से लोगों को निजात मिलेगी ।
गौतम कुमार
सरकार द्वारा अनुदान फूल व्यवसायी को दिया जाए ताकि जीवन यापन सही से चला सके।
ओम कुमार
अन्य राज्यों से फूल लाते हैं।लेकिन समय पर फूल नहीं बिकने से सड़ कर बर्बाद हो जाता है।
महिन्द्र साह
अधिक जाम रहने के कारण कई बार ग्राहक दूकान पर आकर भी बिना फूल लिए लौट जाते हैं।
मनोज कुमार
बोले जिम्मेदार
सहरसा नगर निगम क्षेत्र में स्ट्रीट वेंडरों के लिए दुकान आवंटित होगी। नगर निगम क्षेत्र में जो रजिस्टर्ड दुकानें हैं उसे आवंटित किया जाएगा। अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। जाम की समस्या से निपटने के लिए कई स्तर पर काम चल रहा है। आरओबी का भी जल्द ही काम शुरु होगा।
- अनुभूति श्रीवास्तव, नगर निगम आयुक्त
फूल व्यवसाय से जुड़े लोगों को अलग से दुकान के लिए जमीन उपलब्ध कराने की कोई सूचना अभी नहीं मिली है। भविष्य में जमीन उपलब्ध कराने को लेकर यदि कोई पत्र विभाग से आएगा तो जांच जांच की जाएगी और विभागीय निर्देश मिलने के बाद इस दिशा में अग्रतर कार्रवाई की जाएगी।
सौरभ कुमार, अंचलाधिकारी, कहरा
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