पतरघट प्रखंड के छह गांवों के 500 से अधिक किसान नीलगाय के आतंक से परेशान हैं। हर साल 25 लाख रुपये से अधिक की फसल बर्बाद हो रही है। किसान खेती छोड़ने को मजबूर हैं और प्रशासन से कार्रवाई की मांग कर रहे...
बोले सहरसा : समान काम के लिए दिया जाए समान वेतन जिले की 133
सहरसा में फूल व्यवसाय से जुड़े लोग जाम और स्थायी स्थान की कमी से परेशान हैं। फुटपाथ पर दुकान चलाने वाले इन विक्रेताओं का कहना है कि अगर सरकार उन्हें अलग मार्केट उपलब्ध कराएगी, तो उनका कारोबार बढ़ेगा...
निजी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाना मध्यम वर्ग के लिए मुश्किल हो रहा है। स्कूल फीस, किताबें, ड्रेस और अन्य सामग्रियों के लिए मनमानी वसूली की जा रही है। अभिभावक शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन की अनदेखी से...
जिले के हजारों फर्नीचर कारीगर संसाधन की कमी और बाजार की अनुपलब्धता के कारण पलायन कर रहे हैं। कड़ी मेहनत करने के बावजूद, उनकी आय 12 हजार रुपये से कम हो जाती है। कारीगरों ने सरकार से संसाधन, बाजार और ऋण...
सहरसा जिले में बाइक और वाहनों की मरम्मत करने वाले 5000 से अधिक मैकेनिकों की जीवनशैली दयनीय है। उन्हें न तो स्थायी दुकानें मिली हैं और न ही तकनीकी प्रशिक्षण। इस कारण उनकी आमदनी कम है और परिवार का...
शिक्षा विभाग द्वारा आउटसोर्सिंग कर्मियों को हटाने की योजना बनाई जा रही है, जिससे सैकड़ों कर्मियों में चिंता और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है। कर्मियों ने अपने परिवार के भरण-पोषण की चिंता जताई है और...
जिला निबंधन कार्यालय में प्रतिदिन हजारों लोग रजिस्ट्री के लिए आते हैं, लेकिन यहां सुविधाओं की कमी है। सफाई व्यवस्था खराब है, महिलाओं के लिए शौचालय नहीं हैं, और दस्तावेज नवीसों के बैठने के लिए उचित...
सिमरी बख्तियारपुर के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल चुके हैं, लेकिन यहां एक भी स्टेडियम नहीं है। उच्च विद्यालय का मैदान ही प्रैक्टिस के लिए एकमात्र स्थान है, जो जर्जर है। खिलाड़ियों ने...
जिले के खिलाड़ियों की समस्या --- प्रस्तुति: कुमार राजेश गुप्ता ---- सिमरी बख्तियारपुर के खिलाड़ी