बोले सहरसा : निबंधन कार्यालय में बने शेड, रोशनी की हो व्यवस्था
जिला निबंधन कार्यालय में प्रतिदिन हजारों लोग रजिस्ट्री के लिए आते हैं, लेकिन यहां सुविधाओं की कमी है। सफाई व्यवस्था खराब है, महिलाओं के लिए शौचालय नहीं हैं, और दस्तावेज नवीसों के बैठने के लिए उचित...
जिला निबंधन कार्यालय में रोजाना दर्जनों रजिस्ट्री होती है। सरकार को प्रतिवर्ष लाखों रुपये राजस्व प्राप्ति होती है। इसके बाद भी रजिस्ट्री कार्यालय में सुविधाएं नहीं हैं। परिसर की बेहतर ढंग से साफ-सफाई नहीं होती। महिलाओं के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं है। दस्तावेज नवीसों के बैठने का उचित प्रबंध नहीं है। निबंधन कराने पहुंचे लोगों, दस्तावेज नवीसों व मुद्रांक विक्रेताओं को कठिनाई का सामना करना पड़ता है। जिला निबंधन कार्यालय परिसर में प्रतिदिन हजारों लोग जमीन खरीद बिक्री के लिए पहुंचते हैं लेकिन यहां कई समस्याओं के कारण उन्हें परेशानी होती है। स्थानीय परिसर में कार्यारत दस्तावेज नवीसों को भी दिक्कत होती है। सुबह होते ही दस्तावेज नवीस सहित निबंधन कराने वाले लोग रजिस्ट्री कार्यालय पहुंचने लगते हैं। रजिस्ट्री से पूर्व लोगों को दस्तावेज नवीस से काम करवाना पड़ता है। लेकिन लोगों को बैठने के लिए जगह तक नहीं मिल पती।
दस्तावेज नवीसों के बैठने के लिए बनाया गया छतदार चबूतरा ध्वस्त हो चुका है। इससे आम लोगों सहित दस्तावेज नवीसों को जर्जर छत के नीचे बैठना पड़ता है। डर बना रहता है। वर्ष 1991 में जवाहर रोजगार योजना से छतदार चबूतरे का निर्माण किया गया था, जो ध्वस्त होने के कगार पर है। इसी छतदार चबूतरे में दस्तावेज नवीस व मुद्रांक विक्रेता बैठकर लोगों का काम करते हैं। हालांकि इस बीच मुख्यमंत्री क्षेत्रीय योजना से एक छतदार चबूतरा बनाया गया है, जिससे कुछ दस्तावेज नवीसों को राहत मिलेगी। रजिस्ट्री कार्यालय परिसर की साफ-सफाई भी प्रतिदिन नहीं होती है। दस्तावेज नवीस खुद अपने अपनी जगहों की सफाई कर बैठते हैं। सफाई व्यवस्था नहीं होने से लोगों को भी दिक्कत होती है। दस्तावेज नवीस ने बताया कि रजिस्ट्री कार्यालय परिसर में शौचालय का भी घोर अभाव है। खासकर महिलाओं को काफी परेशानी होती है। वैसे रजिस्ट्री कार्यालय परिसर के पश्चिम भाग में शौचालय है, जिसकी समय-समय सफाई नहीं होने से शौचालय जाने लायक नहीं रहता है। अधिकांश पुरुष शौचालय से बाहर जहां-तहां शौच के लिए जाते हैं। दस्तावेज नवीसों का कहना है कि सरकार को लाखों रुपए हर वर्ष रजिस्ट्री मद में राजस्व मिल रहा है। लेकिन निबंधन कार्यालय परिसर में कोई सुविधा नहीं दी जा रही है। इससे यहां काम कर रहे लोगों और जमीन की खरीद-बिक्री को आए लोगों को परेशानी हो रही है।
ऑनलाइन निबंधन से होने लगी दिक्कत
निबंधन कार्यालय में कार्यरत दस्तावेज नवीस का कहना है कि सरकार जितनी पारदर्शिता कर रही है उतनी लोगों और दस्तावेज नवीस को परेशानी हो रही है। निबंधन प्रक्रिया ऑनलाइन लाइन कर दी गई है। लेकिन अधिकांश लोगों को कम्प्यूटर का ज्ञान नहीं है। इससे आमलोगों सहित दस्तावेज नवीसों को भी दिक्कत होती है। अब भू-माफियाओं का भी बोलबाला होने लगा है।
पब्लिक पोर्टल बंद होने से नहीं मिलती जानकारी
दस्तावेज नवीसों का कहना है कि जब से ऑनलाइन की व्यवस्था हुई है तब से लोग बिहार सरकार के पब्लिक पोर्टल पर वंचित हो गये हैं। ऑनलाइन प्रक्रिया से पहले एडवांस पोर्टल पर सर्च करने पर कितनी रजिस्ट्री हुई, इसकी जानकारी मिल जाती थी। लेकिन अब ऑनलाइन शुरू होते ही रजिस्ट्री सबंधी जानकारी नहीं मिल पा रही है।
शिकायतें
1. प्रतिदिन साफ-सफाई नहीं होने से यहां आने वाले व दस्तावेज नवीसों को परेशानी होती है।
2. रजिस्ट्री कार्यालय परिसर से भू माफियाओं बोलबाला है।
3. दस्तावेज नवीस सहित आम लोगों को बैठने के लिए बेहतर छतदार चबूतरा नहीं है।
4. परिसर में शुद्ध पेयजल की नहीं मिलता, परेशानी है।
सुझाव
1. रजिस्ट्री कार्यालय परिसर में बेहतर साफ-सफाई की व्यवस्था होनी चाहिए।
2. महिलाओं के लिए बेहतर शौचालय की व्यवस्था जरूरी।
3. पब्लिक पोर्टल खोलने की जरूरत है ताकि आमलोगों को रजिस्ट्री की जानकारी मिले।
4. पुराने क्षतिग्रस्त चबूतरे जगह बेहतर चबूतरे का निर्माण हो।
19 सौ 54 ई. से चालू है जिला निबंधन कार्यालय, 83 से अधिक हैं दस्तावेज नवीस
01 सौ के करीब प्रतिदिन कार्यालय में किया जाता है दस्तावेजों का निबंधन
02 प्रतिशत राशि जमीन खरीद बिक्री करने वाले लोगों से लिया जाता है टैक्स
सुनें हमारी बात
हमलोगों को सभी सुविधा दी जानी चाहिए, जिससे दस्तावेज नवीस लाभान्वित हों।
मनोज यादव
भू माफियाओं पर लगाम लगना चाहिए जिससे लोगों का सहज रूप से निबंधन हो सके ।
अजीत यादव
जितनी पारदर्शिता हो रही है उतनी ही आमलोगों सहित कातिब को दिक्कत हो रही।
वीरेंद्र प्रसाद
रजिस्ट्री कार्यालय में आने वाले भू माफियाओं की लिस्ट बनाते उनसे मुक्ति दिलाई जाए।
अरविंद चौधरी
रजिस्ट्री कार्यालय में महिलाएं काम से आती हंै। उनके लिए शौचालय होना चाहिए।
राज किशोर यादव
करोड़ों राजस्व के बाद भी सुविधा की दरकार है, नगर निगम को भी इसपर ध्यान देने की जरूरत।
अवधेश लाभ
बैठने के लिए बेहतर व्यवस्था होनी चाहिए। कातिब सहित लोगों को सुविधा मिले।
त्रिवेणी यादव
नगर निगम दो प्रतिशत राशि लेता है लेकिन उनके बदले कोई भी सुविधा नहीं दे रहा है।
चंदेश्वरी राय
रजिस्ट्री कार्यालय में कुव्यवस्था से खासकर दस्तावेज नवीसों को खासी दिक्कत होती हैं।
उपेन्द्र झा
भू माफियाओं का काम दस्तावेज नवीस से पहले हो जाता है। इससे हमलोगों को दिक्कत है।
पप्पू कुमार
पूर्व का शेड क्षतिग्रस्त होने से दस्तावेज नवीस सहित लोगों को बैठने में दिक्कत होती है।
परमेश्वरी राय
अतिक्रमण हटाने की जरूरत है। अतिक्रमण से रजिस्ट्री कार्यालय परिसर सिकुड़ रहा है।
अभय सिन्हा
शौचालय की सुविधा होना बहुत जरूरी है। हजारों लोग आते हैं पर सुविधा नदारद रहती है।
सुशील कु. लाभ
सभी तरह की व्यवस्था के लिए मद्य उत्पाद व निबंधन विभाग मंत्री से भी मांग कर चुके हैं।
रंजीत झा
बोले जिम्मेदार
रजिस्ट्री कार्यालय परिसर में साफ सफाई के लिए नगर निगम को कई बार पत्राचार किया गया है। रजिस्ट्री परिसर में बारिश में पानी जमा हो जाता है इसके लिए नाला निर्माण की भी जरूरत है। वहीं शाम होते ही ऑफिस परिसर में अंधेरा छा जाता है। जबकि पब्लिक देर शाम तक रहती हैं। इसलिए बड़ा वेपर लाइट सहित शौचालय व अन्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए नगर निगम को फिर से पत्राचार किया जा रहा है।
-सीमा कुमारी, जिला अवर निबंधन पदाधिकारी
रजिस्ट्री कार्यालय परिसर में साफ़ सफाई सहित अन्य व्यवस्था कैसे हो रही है। यह जानकारी नहीं है और इस संबंध में भी रजिस्ट्री कार्यालय द्वारा जानकारी नहीं दी गई है। रजिस्ट्री कार्यालय द्वारा डिमांड के बाद बेहतर सफाई सहित अन्य सुविधा नगर निगम द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। नया शौचालय निर्माण विभाग द्वारा किया जाता है। राशि विभागीय स्तर से आमजन की सुविधा में खर्च की जाती है।
-अनुभूति श्रीवास्तव, नगर आयुक्त
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