किसानों से सीखा वर्मी कंपोस्ट व्यवसायी बनने का गुर
आत्मा की ओर से 10 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित उत्पादन से लेकर बाजार तक की
भागलपुर, वरीय संवाददाता। बिहार कौशल विकास मिशन के तहत जिले के किसान वर्मी कंपोस्ट व्यवसायी बनने का गुर सीख रहे हैं। कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण (आत्मा) की ओर से प्रशिक्षण शिविर में किसानों को इस संबंध में जानकारी दी जा रही है। प्रशिक्षण शिविर के दौरान किसानों ने वर्मी कंपोस्ट तैयार करने के साथ उसके बाजार से लेकर विक्रय का तरीका सीख रहे हैं। प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले किसानों को आत्मा की ओर से वर्मी कंपोस्ट उत्पादक किसान का प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा। आत्मा की ओर से आयोजित 10 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के दौरान गुरुवार को प्रशिक्षक आत्मा के सहायक तकनीकी प्रबंधक (एटीएम) हिमांशु कुमार ने कहा कि आज के समय में वर्मी कंपोस्ट व्यवसाय के दृष्टिकोण से बहुत ही फायदेमंद साबित हो रहा है। हालांकि इसका बाजार ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में शहरी क्षेत्रों में ज्यादा है। वैसे किसान अब जैविक खाद से विभिन्न प्रकार के फसल तैयार करने के लिए जागरूक हुए हैं। ऐसे में वर्मी कंपोस्ट के व्यवसायी बनने के लिए प्लानिंग की बहुत ज्यादा आवश्यकता है। हालांकि विभाग की ओर से इसमें सहायता की जाती है। फिर भी खुद से इन सब चीजों को समझ लेने के बाद किसान अपने उत्पाद को बाजार में बहुत ही बेहतर तरीके से बिक्री कर सकता है।
एटीएम हिमांशु ने बताया कि 10 दिन के प्रशिक्षण के दौरान किसानों को वर्मी कंपोस्ट के उत्पादन से लेकर उसके बाजार के बारे में जानकारी दी जा रही है। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद उन्हें वर्मी कंपोस्ट उत्पादक किसान का प्रमाणपत्र दिया जाएगा।
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