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बीएयू की पहल ने कृषि में युवाओं की बढ़ाई रूचि

चैनल के माध्यम से खेती के लिए युवाओं को जोड़ने का प्रयास बीएयू का चैनल

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरWed, 7 Aug 2024 12:37 AM
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भागलपुर, कार्यालय संवाददाता। बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) कृषि और किसानों की बेहतरी के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। साथ ही इस बात पर भी जोर दे रहा है कि नई पीढ़ी भी कृषि को अपनाए। इसके साथ खुद को समृद्ध करते हुए रोजगार का सृजन करे। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए बीएयू ने यूट्यूब चैनल के माध्यम से किसानी को लेकर रोचक तरीके से वीडियो अपलोड करना शुरू किया है। इसका बेहतर परिणाम सामने आया है। बीएयू प्रबंधन की रिपोर्ट के मुताबिक उनके यूट्यूब चैनल को सबसे ज्यादा युवा वर्ग देख रहे हैं। बीएयू के निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. आरके सोहाने ने बताया कि कुलपति प्रो. दुनिया राम सिंह के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए ही नई पहल में तेजी लाई गई है। कृषि के नए आयामों के साथ नई तकनीक के बारे में यूट्यूब पर रोचक तथ्य डाले जाते हैं। ये सभी बीएयू और उसके कृषि विज्ञान केंद्रों पर किए जा रहे प्रयोग से जुड़ा होता है। इसमें लोगों को नए प्रभेदों के साथ नई तकनीक और खेती में होने वाली समस्याओं से निपटने की तरकीब भी बताई जाती है। जो दर्शकों को अपनी ओर खींचती है।

निदेशक के मुताबिक बीएयू के चैनल को सबसे ज्यादा 25 से 34 वर्ष और 18 से 24 वर्ष के युवा देखते हैं। सबसे कम संख्या 65 वर्ष बाद होती है। 45 से 54 वर्ष और 55-64 वर्ष के किसान भी क्रमश: वीडियो कम देखते हैं। इसी तरह बीएयू का चैनल देखने में पुरुष सबसे आगे हैं। चैनल के कुल व्यूअर का 89.2 प्रतिशत पुरुष देखते हैं, जबकि महिलाएं 10.8 प्रतिशत ही वीडियो देखती हैं। जो काफी कम है। उन्होंने बताया कि वीडियो देखने के बाद युवा वर्ग सवाल-जवाब भी करते हैं। उनके सवालों का जवाब बीएयू के वैज्ञानिक और एक्सपर्ट देते हैं।

कोट

बीएयू का प्रयास है कि हमारा युवा वर्ग कृषि क्षेत्र को अपनाए। इसके लिए यूट्यूब एक बड़ा माध्यम है। आगे भी ऐसी कवायद होगी कि नए-नए वीडियो से युवाओं का आकर्षण कृषि की तरफ बढ़े।

- प्रो. दुनियार राम सिंह, कुलपति बीएयू

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