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वार्ड नौ, कच्ची गलियों से होकर गुजरती है वार्ड की 30 फ़ीसदी आबादी

बोले भभुआ बोले भभुआ वार्ड नौ, कच्ची गलियों से होकर गुजरती है वार्ड की 30 फ़ीसदी आबादी बरसात के दिनों में जलजमाव

Newswrap हिन्दुस्तान, भभुआSun, 16 Feb 2025 09:17 PM
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वार्ड नौ, कच्ची गलियों से होकर गुजरती है वार्ड की 30 फ़ीसदी आबादी

बोले भभुआ वार्ड नौ, कच्ची गलियों से होकर गुजरती है वार्ड की 30 फ़ीसदी आबादी बरसात के दिनों में जलजमाव होने से लोगों को अपने घर से निकलना होता है मुश्किल कच्ची गली में रहने की वजह से उन लोगों को नहीं मिल पाता डोर टू डोर की व्यवस्था भभुआ, एक प्रतिनिधि। शहर का वार्ड नंबर 9 जहां घनी आबादी को लेकर विख्यात है। वही इस वार्ड की लगभग 30 फ़ीसदी आबादी कच्ची सड़क से होकर गुजरती है। शहर के उत्तर पश्चिम दिशा में बसा इस वार्ड कि ज्यादातर नई आबादी बसी है। लोगों के घरों तक पहुंचने के लिए गली या सड़क का निर्माण नहीं हो सका है। लोगों के घरों से निकलने वाला गंदा पानी भी आस पास फैलता है। सबसे बड़ी दिक्कत तो इन लोगों को बरसात के दिनों में होती है। बरसात के दिनों में इतना अधिक जलजमाव होता है कि लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो जाता है। मोहल्ले के पिंटू कुमार गुप्ता, नंदू शाह ,हीरालाल यादव, ननकू राम, एकादशी राम, अलाउद्दीन राइन ,बाल्मीकि यादव ,विपिन कुमार, सकुर अंसारी, अनवर अंसारी ,नफीस अहमद ,नसीम अहमद, वकील अंसारी आदि की माने तो इस कच्ची सड़क में गंदगी इतनी रहती है कि मच्छरों का प्रकोप सबसे ज्यादा होता है। रात व दिन में भी बैठना मुश्किल हो जाता है। सड़क या गली नहीं होने से नगर परिषद की ओर से कचरे के किए जाने वाले उठाव का लाभ नहीं मिलता है। डोर टू डोर कचरे का उठाव भी नहीं हो पाता है, जिसका नतीजा है कि घरों के आस पास गंदगी जमा रहती है। लोगों ने बताया कि वार्ड नगर परिषद में है, लेकिन वार्ड में रहने वाले लोगों की स्थिति ग्रामीण इलाकों से भी बदतर है । उनका कहना था कि नगर परिषद की ओर से बनाई गई गलियों की तुलना में कच्ची गलियां लगभग दो से तीन फीट नीचे हो गई है। जिसकी वजह से इनका पानी भी उधर नहीं जा पाता है । उल्टे उधर का पानी इधर आ जाता है और जलजमाव करता है। फोटो परिचय 16-भभुआ-01-शहर के वार्ड नौ में कच्ची सड़क के आभाव में आते जाते लोग कोट गली एवं नाली का निर्माण नहीं होने से हमेशा पानी लगा रहता है, जिससे आने-जाने में काफी दिक्कत होती है। वही बच्चों का बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। मोहम्मद एनाम बरसात के दिनों में तो स्थिति यह होती है कि चारों तरफ पानी भर जाता है, गली में घरों से निकलने वाला गंदा पानी भी फैल जाता है जिससे आने-जाने में दिक्कत होती है। सरफराज राइन गलियों में हमेशा कीचड़ रहने से बाइक सवार अक्सर गिरकर चोटिल हो जाते हैं, वहीं अपनी बाइक मुख्य सड़क के पास किसी के घर के आगे खड़ा करना पड़ता है। अब्दुल सत्तार शाह मोहल्ले के कुछ हिस्से में गली का निर्माण नहीं होने से कचरा का उठाव नहीं होता है, जिससे कचरा घर के आस-पास की खाली जमीन में पड़ा रहता है और दुर्गंध आती है। मुमताज राइन घरों से निकलने वाला गंदा पानी गली एवं आस-पास की खाली जमीन में फैला है, जिससे हमेशा सड़न होता है और दुर्गंध आती है घर में रहना मुश्किल होता है। जमील अंसारी गंदगी अधिक होने से मच्छरों का प्रकोप इतना अधिक हो जाता है कि दिन में भी घर में बैठना मुश्किल होता है, किसी तरह रात के समय मच्छरदानी लगाकर सोते हैं। शशि कुमार सिंह नगर परिषद के पदाधिकारी एवं प्रतिनिधियों से कई बार लगाई गई, लेकिन इसके बावजूद भी किसी के द्वारा इस पर पहल नहीं की गई जिससे समस्याएं दिनों दिन बढ़ गई है। खुर्शीद राइन नगर परिषद के इलाके में वार्ड नंबर 9 पॉश इलाका है, आबादी भी अधिक है इसके बावजूद गली एवं नाली का निर्माण नहीं कराया जाता है जिससे काफी दिक्कत हो रही है। सुदर्शन सेठ बोले भभुआ, कई गली टूट कर चली गई गड्ढे में, लोगों को हो रही परेशानी बाइक सवारों को गली से गुजरने में हो रही है दिक्कत, नाली का पानी भी आ रहा है बाहर गली के टूटे होने से ईिरक्शा टेंपो आदि नहीं आ पा रहे हैं मोहल्ले में, जरूरी सामान लाते है सर पर भभुआ, एक प्रतिनिधि। शहर के छावनी मोहल्ला सड़क से वार्ड की ओर जाने वाली गली धंसकर गड्ढे में चली गई है। गली की स्थिति यह है कि नगर परिषद की ओर से बीच में नाली बनाकर उसकी पीसीसी ढलाई की गई थी। गली के दोनों तरफ खाली जमीन थी और वह नीचे थी अब स्थिति यह है कि एक तरफ की गली नाली तक पूरी तरह से धंसकर खाली जमीन में चली गई है। आधी गली से होकर लोग आना-जाना कर रहे हैं। बाइक सवार जान जोखिम में डालकर इस पार से उस पार जाते हैं। लेकिन हमेशा गिरने का खतरा बना रहता है। वही गली के घर से होने से ईिरक्शा टेंपो आदि घर तक नहीं आ पाते हैं। लोगों को वहीं पर खड़ा करके अपने घर के जरूरी सामान, राशन आदि को सर पर रखकर लाना पड़ता है। मोहल्ले के बसंत कुमार, समसुद्दीन अंसारी, परवेज अंसारी आदि ने बताया कि सबसे बड़ी दिक्कत तो होती है कि सभी घरों में गैस से भोजन पकाने का काम होता है और गैस लाने वाला इस गली में नहीं आ पाता है। वह सड़क पर ही खड़ा कर देता है दूरी होने की वजह से घर तक लाता भी नहीं है। हम लोगों को वहां से गैस लेकर लाना पड़ता है। वही घर के लिए चावल अनाज आदि अगर बाजार से खरीद कर लाना होता है तो उसे माथे पर रख कर लाना पड़ता है। वहीं उन्होंने गली को दिखाते हुए कहा कि इस गली में सबके घरों में बच्चे हैं ,लेकिन उन्हें बाहर निकलने नहीं दिया जाता है। देख लीजिए गली में एक भी बच्चे दिखाई नहीं देंगे हमेशा डर बना रहता है कि बच्चे अगर घर से खेलने के लिए निकले और इस गड्ढे में गिर गए तो 5 से 6 फीट गड्ढे में गिरेंगे और उन्हें चोट लग जाएगी। आस पास के लोगों का अभी कहना था कि इस गड्ढे में अब तक कई लोग गिरकर अपना हाथ पैर तोड़वा चुके हैं। उन्होंने बताया कि काफी दिनों से यह आदि गली टूट कर गड्ढे में चली गई है। इसकी कई बार शिकायत की गई अधिकारियों और कर्मियों को दिखाया भी गया, लेकिन आज तक इसकी मरम्मतीकरण कि किसी ने जहमत नहीं उठाई जिसका नतीजा है कि नाली व गली टूट गई है और नाली का पानी धीरे-धीरे रिसकर गड्ढे में जाता है और इससे काफी दुर्गंध निकलती है। जिससे यहां जाना भी मुश्किल हो जाता है। लोगों का यह भी कहना था कि इस मोहल्ले की गली पूरे शहर में सबसे बदतर है लोगों का घरों में रहना भी काफी मुश्किल हो जाता है। फोटो परिचय 16-भभुआ-02-शहर के छावनी मुहल्ले में बदहाल टुुटी गली से आते जाते लोग

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