बेतिया के मटियरिया थानाध्यक्ष की हार्ट अटैक से मौत; 2018 बैच के दारोगा थे अंकित कुमार, हाल में हुए थे
बेतिया जिले के मटियरिया थानाध्यक्ष अंकित कुमार दास की हार्ट अटैक से आकस्मिक निधन हो गया। जिसके बाद थाने में मातम पसरा हुआ है। शनिवार की रात अंकित दास अपने कमरे में अचेत अवस्था में पड़े थे। अंकित कुमार दास 2018 बैच के दारोगा थे।
बेतिया जिले के मटियरिया थानाध्यक्ष अंकित कुमार दास की हार्ट अटैक से आकस्मिक मौत से पूरे थाने मे मातमी सन्नाटा पसर गया। एएसआई ऐनुल हक ने पत्रकारों को बताया कि थानाध्यक्ष अंकित कुमार दास 2018 बैच के दरोगा थे। उन्होंने 3 फरवरी 2024 को मटियरिया थाना मे थानाध्यक्ष का पद संभाला था। पहली बार उन्हें मटियरिया का थानाध्यक्ष बनाया गया था। इसके पूर्व वो नगर थाना मे एसआई के पद पर कार्यरत थे।
घटना के सम्बन्ध मे एएसआई ऐनुल हक ने बताया कि शनिवार की रात्रि करीब 11:10 बजे उनकी पत्नी के चिल्लाने कि आवाज सुनाई दी। सभी अधिकारी और पुलिस जवान उनके डेरे के तरफ दौड़कर भागे, तो देखा कि उनकी तबियत अचानक बिगड़ गयी है, वो बिछावन पर अचेत अवस्था में गंजी और पजामा पहने पड़े थे। आनन-फानन मे उन्हें गाड़ी से रामनगर पीएचसी लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
रामनगर से एंबुलेंस से उन्हें पोस्टमॉर्टम के लिए बेतिया भेजा गया। पत्नी, तीन साल की बेटी और एक साल का बेटा भी शव के साथ बेतिया गया है। थाना के कार्यरत अधिकारी और पुलिस जवानों ने बताया कि अंकित कुमार दास मृदुभाषी व सरल स्वभाव के थे। सभी के साथ उनका मित्रवत व्यवहार था। अंकित कुमार दास किशनगंज जिला के ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के डागी बाड़ी गांव के निवासी थे। इसी बीच मटियरिया थाना पहुंचे मृत अंकित कुमार दास के भतीजे राहुल कुमार दास और उनके बहनोई दीपक कुमार दास ने बताया कि उनके क्वार्टर से बच्चों के कपड़ा और जरूरी सामान लेने हम लोग थाना आये है। समान लेकर बेतिया पहुंचने के बाद उनके पार्थिव शरीर को लेकर पैतृक गांव डागी बाड़ी जायेंगे। जहां उनकी अंतिम संस्कार होगा।
परिजनों ने बताया कि अंकित कुमार दास चार भाईयों मे सबसे छोटे थे। सबसे बड़े भाई का नाम गणेश दास, दूसरा अगबलाल दास तथा तीसरे मोहन दास है। सभी भाई खेती गृहस्थी कर परिवार का जीविकापार्जन करते है। उनके माता-पिता पहले ही स्वर्गवासी हो चुके है। अंकित कुमार दास परिवार मे एकलौता शख्स थे, जो सरकारी नौकरी मे थे। उनकी शादी चार वर्ष पूर्व ठाकुरगंज मे ही पूजा सक्सेना से हुई थी। उनके निधन से दोनों बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है।